छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे अंतिम चरणों में पहुंच रहा है प्रत्याशी अपने वादों से जनता को रूबरू करा कर इन 5 सालों में उन्हें समर्थन देने पर इन्हें पूरा करने का वादा कर रहे हैं हालांकि छत्तीसगढ़ में मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच है लिहाजा यहां की जनता इन्हीं दो पार्टियों से अपना प्रतिनिधि चुनती है अगर हम बिलासपुर विधानसभा की बात करें तो यहां भाजपा से जहां अमर अग्रवाल प्रत्याशी है तो कांग्रेस से शैलेश पांडे चुनावी मैदान में हैं 20 साल तक बिलासपुर से तो वहीं पिछले विधानसभा चुनाव यानी 2018 में कांग्रेस के शैलेश पांडे ने 20 साल के तिलिस्म को तोड़कर भाजपा का किला बिलासपुर से रहा था बिलासपुर की जनता को उम्मीद थी कि इन 20 वर्षों में जिस तरह से बिलासपुर में तानाशाही चली है इन 5 सालों में विधायक के बदलने से उनकी समस्या दूर होगी

लेकिन इस 5 सालों में उन्हें वही समस्याओं का सामना करना पड़ा है लाख वादे छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा पूरे किए जाने की बात कही गई हो लेकिन बिलासपुर की बात करें तो यहां केवल उन परियोजनाओं पर ही ध्यान देकर पूरा किया गया है जो स्मार्ट सिटी के अंतर्गत आते हैं बिलासपुर विधायक शैलेश पांडे से जो अपेक्षा बिलासपुर विधानसभा की जनता ने किया था इन 5 वर्षों में वे इसे पूरा नहीं कर पाए हैं जनता को उम्मीद थी कि 5 सालों में बिलासपुर को कांग्रेस विधायक एक बेहतर बिलासपुर बनाएंगे लेकिन इस 5 वर्षों में वे केवल अपनी समस्या ही जनता को बताते रहे हैं कभी उन्हें शासन से सहयोग नहीं मिलने की बात कही थी जाती रही हो तो कभी उनका आपसी मनमुटाव उनके पूरे 5 साल के विधायक की में जनता का सत्यानाश करता नजर आया है कोई भी व्यक्ति जब उनके पास अपनी समस्या लेकर जाता तो उनके द्वारा समस्या के समाधान की वजह केवल अपनी समस्या से ही रूबरू कराया जाता था

जिससे बिलासपुर की जनता कौन सी खासी नाराज नजर आई इन 5 सालों में उन्होंने केवल दिखावे के अलावा और कुछ नहीं किया है। आज भले ही कांग्रेस के द्वारा उन्हें फिर से प्रत्याशी बनाया गया हो लेकिन वास्तविक स्थिति में देखे तो मंत्री की तौर पर 15 साल का उनका कार्यकाल और 5 साल के तौर पर इनका कार्यकाल पर भारी पड़ता नजर आ रहा है भले ही जनता के बीच बड़े-बड़े पंपलेट बताकर पान ठेले सब्जी ठेले किराना दुकान वाले के पास पहुंचकर कांग्रेस प्रत्याशी अपना समर्थन मांग रहे हो लेकिन अब बिलासपुर की जनता को भी यह समझ आ गया है कि अगर बिलासपुर का विकास करना है तो किसी कद्दावर को ही अपना मत देना होगा ताकि विकास को गति मिल सके पिछले दिनों जिस तरह से वायरल ऑडियो टेप में कई खुलासे बिलासपुर के कांग्रेस विधायक को लेकर भी हुए हैं

यह कहीं ना कहीं संशय भी उत्पन्न कर रहा है हालांकि इसमें सत्यता कितनी है यह तो जांच के बाद ही पता चलेगा लिहाजा हम भी इस पूरे कांड की पुष्टि नहीं कर रहे हैं लेकिन शहर विधायक शैलेश पांडे के द्वारा जिस तरह से अपने पंपलेट में स्वास्थ्य से लेकर समाज के लिए भवन देने और भूमि आवंटन के साथ विभिन्न विकास कार्यों का जो कहां-कहां प्रस्तुत कर बनता जा रहा है उसमें ज्यादातर काम भाजपा के शासनकाल के हैं ऐसे में अपने 5 साल की उपलब्धि पर कोई बड़ा काम इनका नहीं रहा है यही वजह है कि जनता भी इसे थोड़ी दूर होती दिख रही है

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