बिलासपुर। आए दिन विवादों में रहने वाले राहुल ट्रेवल्स पर उपभोक्ता फोरम का डंडा चला है। अपने ग्राहक के साथ मनमर्जी करने के आरोप में फोरम ने प्रदेश के इस नामी ट्रेवल एजेंसी पर 25000 रुपए का जुर्माना लगाया है। ये वहीं ट्रेवल एजेंसी है जिसके कर्मचारी आए दिन ग्राहकों के साथ बदसलूकी और मारपीट करने के लिए चर्चा में रहते है।

इस बार राहुल ट्रैवल एजेंसी ने रायपुर एयरपोर्ट से बिलासपुर तक शेयरिंग टैक्सी बुक करने और किराया मिलने के बाद भी टैक्सी सेवा अपने ग्राहक को नहीं दी। जिसके बाद ग्राहक ने बिलासपुर जिला उपभोक्ता फोरम में इस ट्रेवल एजेंसी के खिलाफ याचिका दाखिल की थी। जिसपर सुनवाई करते हुए क्षतिपूर्ति के रुप में 25000 रुपए और किराये की रकम तय ब्याज के साथ उपभोकता को लौटने आदेश दिया है।

क्या था पूरा मामला?

बिलासपुर सीपत रोड़ की रहने वाली हाईकोर्ट अधिवक्ता मुदाली आशा बीते 30 जुलाई के दिन फ्लाइट के जरिए गोवा से सुबह 10बजे रायपुर पहुंची। यहां उन्होंने रायपुर से बिलासपुर आने के लिए राहुल ट्रैवल वनवे टैक्सी प्रा. लि.से शेयरिंग टैक्सी बुक कराया। किराए के रुप में 999 रू का ऑनलाइन भुगतान भी किया लेकिन शेयरिंग टैक्सी के आने के इंतजार में वकील घंटे भर खड़ी रहीं। उन्होंने राहुल ट्रैवल एजेंसी को कई बार मोबाइल किया लेकिन हर बार न केवल उन्हें गोल मोल जवाब दिया गया बल्कि धमकी तक दी गयी।

दूसरी टैक्सी बुक करानी पड़ी

याचिकाकर्ता ने अदालत को बताया कि, जब कंपनी ने टैक्सी उपल्ब्ध नहीं कराया तो उन्हे अधिक पैसे देकर बिलासपुर आने के लिए दूसरी टैक्सी बुक करानी पड़ी। इस पर अधिवक्ता श्रीमती मुदाली आशा ने राहुल ट्रैवल के संचालक के खिलाफ मानसिक क्षतिपूर्ति के लिए ज़िला उपभोकता फोरम में वाद दायर किया।

उपभोक्ता फोरम ने क्या दिया आदेश?

प्रकरण की सुनवाई बाद जिला उपभोक्ता फोरम के अध्यक्ष आनंद कुमार सिंघल ने राहुल ट्रैवल कंपनी को वादी को मानसिक क्षति पूर्ति के रुप में 25हजार रू एव किराए की रकम 999रू के साथ 9% की दर से ब्याज के साथ भुगतान किए जाने का सख्त आदेेश दिया है। इसके अलावा फोरम ने केस लड़ने में खर्च हुए पैसे के रूप में 3 हजार रुपए का भुगतान करने का भी आदेश इस ट्रेवल एजेंसी को दिया है।

बता दें कि, ये वहीं ट्रैवल एजेंसी है जोकि लगातार रायपुर एयरपोर्ट में ग्राहकों के साथ अनेकोबार बदतमीजी और मारपीट करने की शिकायत मिलती रही है और न्यूज़ पेपरों में इनके कारनामे हमेशा सुर्खिया बटोरती रहती है। पिछले साल दिसंबर के महीने एक अधिकारी को धमकी दे दिया था टेक्सी ड्राइवर।

आए दिन लोगों को करते है परेशान

रायपुर एयरपोर्ट पर यात्रियों के साथ बदसलूकी और दुर्व्यवहार करना इनकी पुरानी आदत है। टैक्सी का ठेका चलाने वाली इस प्राइवेट संस्था का स्टाफ किसी भी प्राइवेट टैक्सी को एयरपोर्ट के पिकअप प्वाइंट तक पहुंचने नहीं देता। कोई पहुंच जाए तो उसके साथ बदसलूकी और मारपीट की जाती है। बाहरी टैक्सी वालों की गैरमौजूदगी में वे खुद यात्रियों से मनमाना किराया मांगते हैं। उनकी टैक्सी में नहीं बैठने वालों साथ या तो दुर्व्यवहार किया जाता है या अजीबोगरीब नियम कायदे बताकर उन्हें डराने की कोशिश की जाती है। दिसंबर के महीने में एयरपोर्ट पर एक आला अफसर जब वहां की टैक्सी में नहीं बैठ रहे थे, तब उन्हें डराने का प्रयास किया तो भड़के और कहा – इसी तरह की हकरतों के रायपुर बदनाम हो रहा है। वे शाम को दिल्ली फ्लाइट से लौटे थे।

एक किलोमीटर पैदल चली थी गर्भवती महिला

रायपुर एयरपोर्ट में पिछले साल ही दिसंबर के महीने में इन टैक्सी वालों की गुंडागर्दी से परेशान होकर एक गर्भवती महिला अपने बेटे के साथ करीब एक किलोमीटर तक पैदल ही चलनी पड़ी था। उनकी पहले से ही कैब की बुकिंग थी। लेकिन एयरपोर्ट के टैक्सी वालों ने उन्हें कैब में बैठने नहीं दिया। इस वजह से वे 6-7 साल के बेटे के साथ करीब एक किलोमीटर तक पैदल ही चलती रहीं।

गृह मंत्री विजय शर्मा ने दी थी अंतिम कार्रवाई की चेतावनी

वहीं नई सरकार बनने के बाद एयरपोर्ट पर टैक्सी चालकों द्वारा यात्रियों से बदसलूकी करने मामले में प्रदेश के उप मुख्यमंत्री और गृह मंत्री विजय शर्मा का बड़ा बयान सामने आया था। गृह मंत्री विजय शर्मा ने एयरपोर्ट पर ट्रेवल्स और टैक्सी चालकों को अंतिम कार्रवाई की चेतावनी दी थी। गृह मंत्री शर्मा ने कहा था कि, पहले भी उन्हें पुलिस द्वारा समझाइश दी गई है और अब भी ऐसा करते हैं तो अंतिम कार्रवाई की जाएगी।

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