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==शासकीय महामाया महाविद्यालय की आई क्यू ए सी के संयोजन में, 29,30 नवंबर और एक दिसंबर,2023 को कोनी स्थित कृषि विज्ञान केन्द्र के सहयोग से विद्यार्थियों हेतु स्वरोजगार और कौशल विकास शिक्षण के उद्देश्य से मशरूम उत्पादन प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित की गई. कार्यशाला का शुभारंभ प्राचार्य डॉ अशोक लहरे जी ने किया, संयोजक डॉ चंदना मित्रा ने आयोजन की आवश्यकता और उपयोगिता पर अपने विचार व्यक्त किए. डॉ राजकुमार सचदेव ने पाठयक्रम की शिक्षा के अतिरिक्त नए और ज्ञानवर्धक विषय को रुचि से सीखने का आग्रह किया. मशरूम उत्पादन प्रशिक्षण के विशेषज्ञ श्री जयंत साहू जी ने प्रथम दिवस के पहले चरण में मशरूम के प्रकार, उत्पादन तकनीक, गुणवत्ता,भोजन और औषधि में प्रयोग आदि की जानकारी दी और द्वितीय चरण में धान पैरा के कटिया को निश्चित पानी में 16 घंटे भिगोना सिखाया, द्वितीय दिवस भिगोया कटिया सूखा कर मशरूम बीज़ मिलाकर प्लास्टिक बैग तैयार करना और उसे बीस दिवस के लिए प्रकाश रहित कमरें में रखें,
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यह सिखाया, कार्यशाला में सहभागी विद्यार्थियों ने यह सब उत्साहित होकर सीखा. तीसरे दिवस समापन पर कृषि विज्ञान केन्द्र की वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ दिव्या पाठक जी ने मशरूम के अचार,सूखे मशरूम के पाउडर से औषधि निर्माण की प्रक्रिया बताई. प्रशिक्षण केंद्र के प्रमुख डॉ ए के त्रिपाठी जी ने कहा कि बिलासपुर जिले का रतनपुर जल संसाधन की दृष्टि से अति उत्तम है, यहां धान के अतिरिक्त कमल ककड़ी,गेहूं और अन्य सब्जियों का उत्पादन करने की कोशिश करनी चाहिए .समापन समारोह में विद्यार्थियों अमन यादव, प्रणव शर्मा आदि ने ज्ञानवर्धक जानकारी, स्वरोजगार के लिए आवश्यक विषय पर कार्यशाला आयोजित किए जाने हेतु धन्यवाद दिया.
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इस आयोजन को सफल बनाने में रतनपुर नगर के प्रतिष्ठित नागरिक श्री सुभाष अग्रवाल जी, श्री विक्की अग्रवाल जी, श्री वलीउल्ला जी ने सराहनीय सहयोग प्रदान किया.कार्यशाला का संचालन हिन्दी विभाग की मैडम अर्पण गौतम ने किया. कार्यशाला को सफल बनाने में वरिष्ठ प्राध्यापक प्रो.के.एस. पूसाम,डॉ श्रद्धा दुबे, डॉ के आनंद कौशिक, प्रो. अर्चना गढ़वाल,डॉ जितेंद्र मिश्रा, डॉ जया चावला, डॉ राजेश रॉय,प्रो. देवलाल उइके, श्री अंकुल गुप्ता सहित तकनीकी सहयोगी सुरेन्द्र भार्गव, श्री प्रकाश सोनी ने योगदान दिया.
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