
गुरू घासीदास विश्वविद्यालय (केन्द्रीय विश्वविद्यालय) नैक द्वारा ए++ ग्रेड प्राप्त विश्वविद्यालय में दिनांक 22 जुलाई, 2024 को अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ की बिलासपुर इकाई द्वारा गुरु वंदन कार्यक्रम एवं कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल के अभिनंदन समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि प्रो. नीलांबरी दवे, पूर्व कुलपति सौराष्ट्र विश्वविद्यालय राजकोट गुजरात रहीं। मुख्य वक्ता के रूप में श्री प्रदीप देशपांडे, वरिष्ठ समाजसेवी रहे।
इस अवसर पर कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल ने कहा कि गुरु बनना कठिन है परन्तु भौतिकता के त्याग के साथ आध्यात्मिकता से निकटता व समर्पण के भाव से गुरुत्व को प्राप्त किया जा सकता है। विदयार्थी के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाकर हम अपने गुरुत्तर दायित्व का निर्वहन कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार बिना तपे सोना कुंदन नहीं बनता उसी प्रकार विद्यार्थियों के लिए समर्पित रहने वाला शिक्षक ही सही मायने में गुरु कहलाता है।
कुलपति प्रो. चक्रवाल ने कहा कि अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ऐसा संगठन है जो शिक्षकों के उत्थान के लिए निरंतर कार्य करता है। उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाले समय में इस संगठन की बिलासपुर इकाई से ज्यादा से ज्यादा शिक्षक जुडेंगे। भौतिक आवश्यकताओं और आकांक्षाओं का त्याग करके ही आप इस संगठन के माध्यम से अपने गुरुत्तर दायित्वों का संपादन कर सकेंगे।
श्री प्रदीप देशपांडे, वरिष्ठ समाजसेवी ने कहा कि गुरु पूर्णिमा पर गुरु वंदन, गुरुओँ के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने का अवसर है। उन्होंने कहा कि मां हमारी प्रथम गुरु है, इसी प्रकार जीवन के प्रत्येक अवसर पर हमारे पथ प्रदर्शक गुरु तुल्य है। गुरु पूर्णिमा का अवसर ऐसे समस्त मार्गदर्शकों के प्रति धन्यवाद प्रदर्शित करने के लिए सुअवसर होता है। उन्होंने कहा कि कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल के नेतृत्व में गुरु घासीदास केन्द्रीय विश्वविद्यालय ने नित नई ऊंचाइयों को प्राप्त कर रहा है जिसमें नैक से ए++ ग्रेड प्राप्त करना शामिल है। उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाले समय में यह विश्वविद्यालय सभी क्षेत्रों में विकास के नये सोपान प्राप्त करेगा।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. ए.एस. रणदिवे ने विचार व्यक्त किया। इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन कर मां सरस्वती एवं बाबा गुरु घासीदास के तैल चित्र पर माल्यार्पण के साथ हुआ। मंचस्थ अतिथियों का नन्हा पौधा भेंट कर स्वागत किया गया। एबीआरएसएम के बिलासपुर इकाई के अध्यक्ष प्रो. आर.के. प्रधान ने स्वागत उद्बोधन दिया। इस अवसर पर डॉ. कपिल नागवंशी के द्वारा अभिनंदन पत्र का वाचन किया गया। मंचस्थ अतिथियों को शॉल, श्रीफल एवं स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मान किया गया।
कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन एबीआरएसएम के महामंत्री डॉ. संतोष सिंह ठाकुर ने तथा संचालन डॉ. सांत्वना पांडे ने किया। कार्यक्रम में विभिन्न विद्यापीठों के अधिष्ठातागण, विभागाध्यक्षगण एवं शिक्षकगण व शोधार्थी उपस्थित रहे।
