रेलवे स्थान परिवर्तन के पक्ष में तो नगर निगम पटाखा व्यापारियों से मांग रहा है व्यवसाय रेलवे परिक्षेत्र में कई वर्षों से यहां त्योहार के समय क्षेत्र के व्यापारियों के द्वारा फटाका दुकान लगाया जाता है लेकिन इस बार व्यापारियों के इस फटाका दुकान लगाने के स्थान को लेकर असमंजस की तिथि उत्पन्न हो गई है दरअसल रेलवे में पटाखा दुकान तोड़ता थाना के सामने लगाया जाता था लेकिन इस बार रेलवे के द्वारा फटाका व्यवसायों को रेलवे परीक्षित रही उर्दू स्कूल मैदान में फटाका दुकान लगाने के लिए योजना तैयार की गई है लेकिन व्यापारियों का कहना है कि वे लंबे समय से यही पटाखा दुकान लगाते आए हैं
और यहां अनहोनी जैसी कोई बात आज तक घटित भी नहीं हुई लेकिन रेलवे प्रशासन के द्वारा लगातार इस दिशा में मनमानी करने की जो बात सामने आ रही है वह उचित नहीं है इससे पहले भी रेलवे के द्वारा दशहरा उत्सव और पटाखा दुकान के लिए स्थान नहीं देने को लेकर हंगामा हुआ था जिसके बाद बिलासपुर संसद के हस्तक्षेप से यहां पुनः फटाका दुकान लगाने की व्यवस्था प्रारंभ हुई लेकिन एक बार फिर से अब पटाखा दुकान लगाने पर असमंजस की स्थिति उत्पन्न है तो वही फटाका व्यापारीयो की नगर निगम के साथ बैठक भी हुई जिसमें अब उन्हें व्यवसाय कर देने को कहा गया है इसका भी व्यापारी विरोध कर रहे हैं उनका कहना है कि हर साल में नियमित दिनों के लिए यहां फटाका दुकान लगाते हैं जिसके लिए वह रेलवे को शुल्क अदा करते हैं
लेकिन नगर निगम के द्वारा अब नया टैक्स लगाने पर सभी व्यापारियों में परेशान है तो वही रेलवे के द्वारा भी स्थान को लेकर असमंजस की स्थिति के बीच अब व्यापारी एकजुट हो गए हैं और वह इस समस्या का समाधान चाहते हैं हालांकि दीपावली पर्व को अभी 25 दिन शेष है ऐसे में व्यापारियों को उम्मीद है की समस्या का निदान कर लिया जाएगा लेकिन अगर मामला लंबा खींचता है तो उम्मीद है कि एक बार फिर से बिलासपुर के जनप्रतिनिधि मामले को सुलझाने आगे आएंगे और इसका समाधान निकलेगा।
लेकिन वजह जो भी हो रेलवे के द्वारा इस तरह से त्योहार के समय हर साल समस्या उत्पन्न करना व्यापारिक दृष्टिकोण से सही नहीं है यही वजह है कि अब व्यापारी रेलवे से इसका स्थाई समाधान चाहते है