


ॐशक्ति-धाम जय माँ अंबे मंदिर में हर साल की तरह इस साल भी चकरभाठा स्थित सुप्रसिद्ध शक्ति धाम जय माँ अम्बे मंदिर में पंजवानी परिवार के द्वारा शानदार 24वे वर्ष विशेष पूजा अर्चना की गई। जिसमे महागौरी पूजा,हवन,कन्या पूजन और भोग भंडारे का भी आयोजन किया गया। अष्टमी नवमीं के अवसर पर पंजवानी परिवार के नेतृत्व में सुप्रसिद्ध शक्ति धाम जय माँ अम्बे मंदिर की विशेष साज सज्जा कर उचित व्यवस्था की गई थी। जहाँ उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि सुप्रसिद्ध शक्ति धाम जय माँ अम्बे मंदिर में 24 सालों से नवरात्रि पर्व मनाया जा रहा है। जहाँ माता की पूजा अर्चना करने से भक्तों की हर मनोकामना पूरी होती है। उन्होंने बताया कि पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान शिव को पाने के लिए कई वर्षों तक मां पार्वती ने कठोर तप किया था, जिससे उनके शरीर का रंग काला हो गया था। जब भगवान शिव उनकी तपस्या से प्रसन्न हुए तो उन्होंने उनको गौर वर्ण का वरदान भी दिया। इससे मां पार्वती महागौरी भी कहलाईं। महाष्टमी या दुर्गा अष्टमी को व्रत करने और मां महागौरी की आराधना करने से व्यक्ति को सुख, सौभाग्य और समृद्धि भी मिलती है। सब पाप भी नष्ट हो जाते हैं। सुप्रसिद्ध शक्ति धाम जय माँ अम्बे मंदिर में भी इन्ही मान्यतों के आधार पर अष्टमी एवं नवमीं होने के कारण मंदिर परिसर में विविध अनुष्ठान के साथ हवन रखा गया। साथ ही विशेष पूजा अर्चना की गई। उसके बाद कन्याभोज के लिए 2 से 10 वर्ष की कन्याओं का पूजन, दान, दक्षिणा और भोजन कराया गया। न्यायधानी में नवरात्र की अष्टमी एवं नवमीं तिथि पर शुक्रवार को देवी मंदिरों में और पंडालों में विशेष हवन-पूजन जारी रहा।इसी तरह अष्टमी एवं नवमीं पर चकरभाठा स्थित सुप्रसिद्ध शक्ति धाम जय माँ अम्बे मंदिर समिति द्वारा भोग एवं प्रसाद वितरण का भी आयोजन किया गया। इस दौरान माता के लिए यह भक्ति भाव देख सभी उपस्थित भक्तगण मंत्र मुक्त हो गए।
भागचंद पंजवानी,,अध्यक्ष
पंडित आकाश शर्मा,,पुजारी



