
राज्य में सरकार बदलने के बाद अधिकारियों के भी रंग बदलने लगे हैं। जो अधिकारी पंजा छाप बने फिर रहे थे, वे अब फूल छाप हो गए हैं। दरअसल, हाल में जो नियुक्तियां हुई है, उसमें ऐसे भी अधिकारी हैं, जो कांग्रेस के कई मंत्री विधायकों के साथ अटैच थे। जैसे जैसे नियुक्ति का आदेश जारी हो रहा है, वैसे वैसे संगठन और संघ से जुड़े लोगों की नाराजगी भी सामने आ रही है। फ्रंटलाइन और लूपलाइन में रहते हुए भाजपा के भले के लिए काम करने वाले कई अधिकारियों ने संघ के जरिए अपने नाम की अनुशंसा भेजी थी। पुराने खटराल अधिकारियों पर ही भरोसा जताया। अब संघ के लोग भी उन अधिकारियों के फोन उठाने में झेंप रहे हैं, जो यह दावा कर रहे थे कि टिकट बांटने से लेकर मंत्रिमंडल गठन में संघ की चली है। इससे पहले 2018 में कांग्रेसियों के सामने भी ऐसी स्थिति बनी थी, जब भाजपा सरकार में मलाई खाने वाले उनकी सरकार में भी क्रीम पोस्टिंग पा गए थे।