कहते है सत्य परेशान तो हो सकता है किंतु कभी पराजित नहीं होता। उपरोक्त कथन चंद्र शेखर आजाद नगर देवरीखुर्द, वार्ड क्रमांक 42 के परिपेक्ष्य में बिल्कुल सटीक बैठती है। जैसे-जैसे निगम चुनाव पास आ रहा है आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। यह सभी राजनीतिक चुनावों की परिणीति है कि चुनाव में राजनीतिक लाभ प्राप्त करने के लिए प्रत्याशी एक दूसरे पर झूठे आरोप-प्रत्यारोप का सहारा लेने में चूकते नहीं है।

कुछ दिन पूर्व ऐसा ही मामला देखा गया जहां वार्ड क्रमांक 42 के पार्षद लक्ष्मी यादव पर अपने पद का दुरुपयोग करते हुए वार्ड में स्थित कुछ खाली जमीनों पर कब्ज़ा कर हड़पने का आरोप लगाया गया था। जिसे सच की कसौटी में परखने पर पाया गया कि जमीन हड़पने जैसे लगाए गए आरोप पूर्णतः निराधार तथा बेबुनियाद है।

एक मामला है सतबहनिया मंदिर के निकट आंगनबाड़ी के पास खाली जमीन के कब्जे का जिसे प्रशासन के अधिकारी जिसमें राजस्व निरीक्षक तथा पटवारी द्वारा मौके पर आकर जांच की गई तो जांच में पाया गया कि जिस महिला द्वारा उक्त भूमि पर कब्ज़ा किया गया था उनका स्वयं का बयान है कि उसने यह कब्ज़ा पूर्व सरपंच के कहने पर किया था जिसमें वार्ड के पार्षद लक्ष्मी यादव की भूमिका नही है और यह बात उस महिला ने जांच दल के सामने स्वीकार किया है इन सभी तथ्यों से और जांच दल के सर्टीफाइड कॉपी से यह स्पष्ट हो गया है की पार्षद का देवरीखुर्द के किसी भी जमीन पर कब्जा नहीं है।।

उपरोक्त मामलों से यह बात स्पष्ट है कि निगम चुनाव के घोषणा होने से पूर्व ही चुनावी सरगर्मी बढ़ चुकी है और वार्ड के वर्तमान पार्षद की छवि को धूमिल करने के लिए बेफिजूल के हथकंडे विरोधियों द्वारा अपनाए जा रहे है ताकि जनता का जो अटूट विश्वास उन पर कायम है उसे कमजोर किया जा सके। विरोधियों द्वारा इस प्रकार का अनर्गल आरोप लगाना यह भी स्पष्ट करता है कि विरोधी खेमे में भय का माहौल है कि जिस प्रकार से विकास कार्य वार्ड में हुआ है उस आधार पर तो उनके विकास पुरुष की छवि को नुकसान नहीं पहुंचा सकते इसलिए इस प्रकार के झूठ का प्रचार लगातार कर रहे है ताकि जनता में पार्षद की स्वच्छ छवि पर संशय पैदा कर राजनीतिक लाभ प्राप्त कर सके।

इस विषय पर पार्षद लक्ष्मी यादव का कहना है राजनीतिक विरोधियों द्वारा मेरे खिलाफ रचा गया षड्यंत्र है और ये लोग षड्यंत्र के अलावा कुछ कर भी नहीं सकते ये लोग देवरी खुर्द का विकास नहीं देवरी खुर्द का विनाश चाहते है ताकि पार्षद की बदनामी हो और इसका लाभ ये लोग ले सके अगर ये लोग देवरी खुर्द का विकास चाहते तो विकास के लिए प्रयास करते इनको तो बस पार्षद का पद चाहिए चाहे उसके लिए कुछ भी करना पड़े इसलिए इस तरह से मेरे खिलाफ षड्यंत्र रचा जा रहा जिसे देवरी खुर्द की जनता भली भांति समझ रही है और आने वाले चुनाव में इन षड्यंत्र रचने वालों को करारा जवाब देगी।।पार्षद लक्ष्मी यादव अब इस पर कानूनी पहलुओं पर भी विचार कर रहे हैं

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