1993 बैच भारत माता हिंदी मीडियम स्कूल का पुनर्मिलन कार्यक्रम।
भारतमाता हिंदी माध्यम स्कूल के 1993 बैच के छात्र छात्राओं द्वारा 31 वर्ष बाद पुनर्मिलन का कार्यक्रम होटल इंटरसिटी में संपन्न हुआ। 2 दिन के इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ में रहने वाले और प्रदेश के बाहर रहने वाले लगभग सभी लोगों ने हिस्सा लिया। 28 दिसंबर को सभी ने अपना परिचय दिया और रात में होटल में मनोरंजक कार्यक्रम दिया और उसके बाद रात्रिभोज भी सभी ने साथ किया । अगले दिन 29 दिसंबर को सभी ने सुबह 9.30 बजे स्कूल पहुंचकर प्राथना किया और पीटी भी किया । उसके बाद स्कूल भ्रमण करके नाश्ता भी किया। अपनी कक्षा में बैठकर पुराने दिनों को याद किया। इसके बाद 12 बजे होटल इंटरसिटी पहुंचकर उस समय पढ़ानेवाले शिक्षक शिक्षिकाओं को स्वागत किया । फिर रंगारंग कार्यक्रम के साथ शिक्षकों और शिक्षिकाओं को सम्मानित किया। आज के कार्यक्रम में उस समय गणित के शिक्षक श्री नीरज श्रीवास्तव, जीवविज्ञान के शिक्षक श्री पंकज मिश्रा , सामाजिक विज्ञान के शिक्षक श्री देवेश अवस्थी, अंग्रेजी की शिक्षिका श्रीमती जोली मथाई , श्रीमती लिजी , ऑफिस के क्लर्क श्री जंगबहादुर आदि उपस्थित रहे। आयोजन समिति ने मिलकर सभी शिक्षक शिक्षिकाओं का सम्मान किया और स्मृति चिन्ह दिया । इस आयोजन में शहर के कुछ प्रसिद्ध चेहरे जो 1993 बैच में शामिल थे। जिसमें हिंदू नेता डॉ. मनीष रॉय, निदेशक,माधव नेत्रालय नागपुर , GM सूरज प्रकाश जैन, डीएसपी मणिशंकर चंद्रा, थाना प्रभारी श्री विवेक शर्मा, तेजपाल सलूजा, राजा भाटिया, अरविंद भानुशाली, पवन अग्रवाल, आनंद अग्रवाल, वैज्ञानिक श्री राकेश सोनी , इंजीनियर अमित कश्यप, मुकेश विधानी, सुनील अग्रवाल, मनमीत भाटिया, डॉ. असलम आरिफ, डॉ. संदीप साहू, डॉ. घनश्याम मेश्राम, आर्किटेक्ट कीर्ति मोहन रॉय, अजित पाल, नरेंद्र छाबड़ा, अदिति घोष, रीना कपाड़िया आदि ने सम्मिलित होकर रीयूनियन को सफल बनाया । इस पुनर्मिलन में डॉ. मनीष रॉय ने प्रस्ताव दिया कि अब से हर वर्ष इस तरह के कार्यक्रम हेतु सभी अपनी सहभागिता देकर जो हमारे बीच में जरूरतमंद साथी हैं उनकी हम मदद करेंगे । इसलिए स्लोगन दिया है । दोस्त थे दोस्त है और दोस्त रहेंगे

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