


नृत्य धारा डांस अकैडमी के छात्राएं बनी भारत वर्ल्ड रिकॉर्ड एवं कलाकार बुक औफ वर्ल्ड रिकॉर्ड का हिस्सा
रायपुर में पंडित दीनदयाल ऑडिटोरियम में आयोजित नृत्य वंदनम संस्करण – एक में अपनी गुरु आंचल पांडे अंतर्राष्ट्रीय कत्थक एवं ओडिसी नृत्य साधिका के मार्गदर्शन से अनन्या साव, उदिति कौशिक, स्वस्तिका दुबे, आरोही राठौर, कौस्तुभी महापात्र, अभिमन्या सिंह,शास्थी मौर्य, अनिका बाजपेई, कुलुकुरू जैनिशा ने शास्त्रीय कथक नृत्य और लोक नृत्य की प्रस्तुति देकर भारत वर्ल्ड रिकॉर्ड एवं कलाकार बुक औफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल हुए जिसमें देशभर के अलावा 30 कलाकार विदेश से भी थे.. इस आयोजन में लगातार 12 घंटे तक 303 कलाकारों ने अपने नृत्य की प्रस्तुति दी एवं सभी कलाकारों को दोनों वर्ल्ड रिकॉर्ड के प्रमाण पत्र से नवाजा गया.. यह बिलासपुर एवं छत्तीसगढ़ के लिए बहुत गर्व की बात है एवं आंचल का कहना है कि इस विधा को नृत्य धारा अकादमी के माध्यम से और भी शहर के बच्चों तक पहुंचाना चाहती हूं ताकि अपनी जड़ से भावी पीढ़ी जूडी रहे और उन्हें हमारी संस्कृति और सभ्यता के बारे में बता पाऊं जिस कार्य के लिए मैं प्रयासरत हूं एवं जो बच्चे बहुत ही टैलेंटेड है लेकिन वह डांस सीखने के लिए आर्थिक सक्षम नहीं है वैसे जरूरतमंद बच्चों को मेरी पूरी प्रयास है कि उन्हें निशुल्क प्रशिक्षण दूं एवं उनके अंदर के टैलेंट को इसी तरह देश दुनिया में पहुंचा सकूं….
वर्तमान में वह स्वयं द्वारा स्थापित एनजीओ नृत्यधारा वेलफेयर फाउंडेशन के तहत समृद्ध भारतीय संस्कृति, कला, संगीत और नृत्य की बेहतरी के लिए काम कर रही हैं। वह अपने काम और जिम्मेदारियों के प्रति अत्यधिक प्रतिबद्ध और समर्पित हैं, उनका एकमात्र लक्ष्य छात्रों और नई प्रतिभाओं को तैयार करना और उन्हें मंच प्रदान करना है।



