अखिल भारतीय हिंदू राष्ट्र निर्माण मंच को संपूर्ण भारत में सेवारत सामाजिक संस्थाओं का गोष्ठी कार्यक्रम में मिला समर्थन।

विश्व मानव परमार्थ ट्रस्ट, विश्व हिंदू सेवा दल , किसान समाज पार्टी,भूतपूर्व सैन्य फाउंडेशन, वन मैन आर्मी सुरक्षा संस्था ने दिया समाज में मजबूती हेतु समर्थन के साथ हुए विभिन्न पदों पर नियुक्त की घोषणा।

बिलासपुर ,बोदरी चकरभाठा पंडित श्रवण दुबे समुद्रशास्त्री के अध्यक्षता में आयोजित सामूहिक सामाजिक संस्थाओ द्वारा बौद्धिक यौगिक कार्यक्रम में शामिल हुए राष्ट्रीय स्तर के सामाजिक संस्थाओ के प्रतिनिधि के साथ वेबिनार के माध्यम से विशेष रूप हुई चर्चा ।
जिसके मुख्य अंश, इस प्रकार से है की वर्तमान परिवेश में मानव अधिकारों का हनन, गरीबों को हक मारकर ह्यूमन राइट्स का वायलेशन करना एक अत्यंत चिंताजनक और नैतिकतापूर्ण समस्या है। यह विवादित स्थिति सामाजिक न्याय और मानवता के मूल मूल्यों के साथ खिलवाड़ करती है। यहाँ कुछ विचार हैं जो इस मुद्दे पर एक लेख में शामिल किए जा सकते हैं:

मजबूरी और मानव अधिकारों का हनन
मानव अधिकारों का हनन मजबूरी का फायदा उठाने की एक गंभीर समस्या है जो समाज की स्थिति को बिगाड़ती है। मजबूरी का उपयोग अक्सर शक्तिशाली लोगों या संस्थाओं द्वारा अनुचित तरीके से किया जाता है ताकि वे अपनी हिस्सेदारी को बढ़ा सकें, लेकिन इसके परिणाम सामाजिक असमानता और अन्याय के रूप में स्पष्ट होते हैं।

गरीबों को हक मारना
गरीबी में जीवन जीने वाले व्यक्तियों के पास अक्सर समाज में अपने अधिकारों की समझ नहीं होती है। उनकी मजबूरी और नासमझी का उपयोग किया जाता है ताकि उनसे उनके हक का अनुशासन न किया जाए और उनकी अधिकारों की उल्लंघना की जाए। इससे वे और भी गरीब हो जाते हैं और समाज के मुख्य स्तर पर उनकी स्थिति और भी बुरी होती जाती है।

ह्यूमन राइट्स का वायलेशन
मानव अधिकारों का वायलेशन एक स्थायी और गंभीर समस्या है, जो किसी भी समाज की विकास को रोकता है। जब ह्यूमन राइट्स को अनदेखा किया जाता है, तो समाज में असमानता, भेदभाव, और अन्याय का संदेश फैलाया जाता है। यह न केवल उन व्यक्तियों को नुकसान पहुंचाता है जिनके अधिकारों की हनन होती है, बल्कि समाज के समूहों के बीच विशेष द्वंद्व भी बढ़ता है।

निष्कर्ष
मजबूरी का फायदा उठाने से मानव अधिकारों का हनन करना सामाजिक और नैतिकतापूर्ण नहीं है। समाज को उन व्यक्तियों की मदद करने के लिए सकारात्मक और समावेशी उपायों की जरूरत है जो उन्हें उनके अधिकारों के लिए लड़ने और अपने प्रतिबद्धता को प्रकट करने में सहायता करें। इससे हम समाज में समानता, न्याय, और मानवता के मूल्यों की सुरक्षा और संरक्षण सुनिश्चित करना कते हैं।अब सारा दिन संगठन के लिए जाता है, देश विदेश से साथी जुडने का आग्रह करते हैं। सच ये है कि जीने का एक अच्छा मकसद मिल गया है, इसी पर आगे बढना है, आप साथ दो, जरुरी नहीं कि धन से साथ दो, तन मन, भाव विचार आपकी शुभकामनाएं ही बहुत हैं।

मुख्य रूप से ऑनलाइन/ऑफ लाइन के संयुक्त कार्यक्रम में महर्षि मुरलीधर व्यास संरक्षक विश्व मानव परमार्थ ट्रस्ट, कैलाश राजपूत संरक्षक ,विश्व हिंदू सेवा दल, एस पी मिश्रा राष्ट्रीय अध्यक्ष किसान समाज पार्टी,भूतपूर्व सैन्य राकेश कुमार सिंह संरक्षक वन मैन आर्मी सुरक्षा संस्था , राष्ट्रीय संस्थापक डॉक्टर धर्मेन्द्र पांडे, प्रभारी राजपाल सिंह, बलदेव मल्होत्रा, सतीश वाधवानी, संजय कुमार दुबे, राघवेंद्र सिंह,कंचन देवी राष्ट्रीय सचिव,अखिल भारतीय हिंदू राष्ट्र निर्माण मंच के बीच कार्यक्रम में शामिल सभी ने समाज में शिक्षा , शारीरिक स्वास्थ , सामाजिक सुरक्षा, रोजगार प्रशिक्षण, गुरुकुल गौशाला के ऊपर विशेष रूप से चर्चा करते हुए आपसी समूह समर्थन के साथ पंडित श्रवण दुबे समुद्रशास्त्री अध्यक्ष संस्कृति प्रकोष्ठ अखिल भारतीय हिंदू राष्ट्र निर्माण मंच के द्वारा समाज में संस्कार दोहन रोकने हेतु आपसी सहमत होने पर संस्थानिक संवैधानिक समर्थन प्रदान का घोषणा किया ।

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