मसीहियों के 40 दिनों का लेंट पर्व आज से प्रारंभ :———- चर्च ऑफ़ क्राइस्ट सीएमडी चौक बिलासपुर के पास्टर सुदेश पॉल ने जानकारी देते हुए बताया । कि प्रभु यीशु के क्रूस पर चढ़ाए जाने के पूर्व जो यातनाएं और दुख उन्होंने सहा, इस वेदना और पीड़ा को स्मरण करते हुए, मसीह जनों में 40 दिनों का उपवास रखकर ईश्वर के प्रति अपने आप को समर्पित करते हुए , भक्ति पूर्ण जीवन जीने का प्रयास किया जाता है । मसीहियों का लेंट ( उपवास ) पर्व 40 दिनों का होता है , यह उपवास काल 05 मार्च से प्रारंभ होकर 13 अप्रैल तक चलेगा। 40 दिनों के उपवास काल का संबंध धर्मशास्त्र बाइबल के 40 अंकों पर आधारित है।
बाइबल के पुराने विधान में जब जल प्रलय से पृथ्वी नष्ट हुई थी । तब 40 दिन और 40 रात वर्षा हुई थी । इस्राएली लोग जंगल में चालीस वर्षो तक भटकते रहे , सिनै पर्वत पर मूसा नबी परमेश्वर से वार्तालाप करते हुए , चालीस दिनों तक निराहार रहे । एलिय्याह नबी एक रोटी और सुराही का पानी पीकर चालीस दिनों की यात्रा पूरी कर होरेब पर्वत पर पहुंचा । नीनबे नगर के लोगों ने चालीस दिनों का उपवास रखकर ईश्वर को प्रसन्न किया। और अपने नगर को नाश होने से बचा लिया। प्रभु यीशु मसीह बपतिस्मा लेकर , चालीस दिन और रात जंगल में रहकर निराहार रहे । यीशु मृतकों में से जीवित होने के बाद ठोस प्रमाणो सहित लोगों को 40 दिनों तक दिखाई देते रहे ।
इन्ही संदर्भों पर आधारित मसीहियों में 40 दिनों का लेंट ( उपवास ) पर्व मनाया जाता है । पास्टर पॉल ने बताया कि विगत 20 वर्षों से चर्च में चालीस परिवारों में प्रति संध्या प्रार्थना एवं आराधना होती हैं । संचालक द्वारा आराधना का संचालन होता है , क्वायर ग्रुप के नौजवानों द्वारा मसीह गीतों की भक्ति पूर्ण प्रस्तुति दी जाती है। उपदेशक द्वारा प्रवचन प्रचारित किए जाते हैं । और लोग प्रभु की आशीषों से आत्म विभोर होकर ईश्वर की आशीषों को अपने जीवन में ग्रहण करते हैं ।
चालीस दिनों तक मसीह विश्वासी लोग उपवास रखकर अपने मनों को ईश्वर पर केंद्रित करते हैं । सांसारिकता छोड़कर प्रतिदिन बाइबल पढ़ते , प्रार्थना करते , अपने पाप अपराध गुनाहों की माफी मांगते हैं, भलाई करते एक दूसरे की सहायता करते और अपने व्यवहार से ईश्वर को प्रसन्न करने का भर्सक प्रयास करते हैं । कार्यक्रम की सफलता में पास्टर शामुएल वालेस ,मुकेश पाल , प्रवीण जैसल, विल्सन जॉन मसीह, अरविंद कुमार, सनी जॉन, राकेश पॉल , राहुल जॉन बोल्डी कुमार , विवेक मसीह, शशांक दास, आयुष बाघ, सनी लुईस , मनीष दास , मंजू निशा ,अरुणा दास, प्रीति वालेस, सुनीता मसीह, शीबा लुईस , मधुबाला , सरिता पॉल, सुनीता डेनियल, मार्ग्रेट पॉल, रीना दास , एंजेलिना पॉल, अरुणा कुमार , मीनू सिंह ,रूत बारा, ज्योति वालेस का योगदान है।
04–03–2025 सीनियर पास्टर सुदेश पॉल
98274–86240

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