
एक राष्ट्र-एक चुनाव” भारत के लोकतंत्र को और अधिक सशक्त, सुव्यवस्थित और प्रभावी बनाने की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम है। यह विचार न केवल हमारे देश की राजनीतिक प्रणाली को सरल बनाता है, बल्कि यह संसाधनों की बचत, प्रशासनिक दक्षता और विकास की गति को तीव्र करने में भी महत्वपूर्ण योगदान देगा।
‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ ऐसा कदम है, जो चुनाव प्रणाली में सुधार कर न सिर्फ लोकतंत्र में लोगों के भरोसे को बढ़ाएगा, बल्कि मतदाताओं को भी मतदान के लिए प्रोत्साहित कर समय, संसाधन और चुनाव खर्च में कटौती के साथ आर्थिक विकास को गति देगा और राजनीतिक दलों को सकारात्मक राजनीति के लिए प्रेरित करेगा।
एक समय था जब कांग्रेस पार्टी ने अपने राजनीतिक लाभ के लिए 7 राज्यों की विधानसभाएं भंग करके ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ करवाया था। आज वही कांग्रेस इसका विरोध कर रही है और इसे लोकतंत्र विरोधी बता रही है। परन्तु आज हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी के नेतृत्व में भाजपा सरकार ने इस साहसिक कदम को उठाया है, ताकि हमारा देश व्यर्थ खर्च, बार-बार की अस्थिरता, और नीतिगत रुकावटों से मुक्त हो सके। यह सिर्फ एक नीति नहीं, बल्कि सुशासन की प्रतिबद्धता और जनता की भावनाओं का सम्मान है।

वन नेशन वन इलेक्शन पर भाजपा जिले स्तर पर संगोष्ठी का आयोजन कर युवाओं के साथ हर वर्ग के लोगों को वन नेशन वन इलेक्शन के संबंध में बारीकी से जानकारी उपलब्ध करा रही है बिलासपुर में भी शनिवार को सीएमडी कॉलेज ऑडिटोरियम में वन नेशन वन इलेक्शन पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष प्रेम प्रकाश पांडे सहित जिले के विधायक और वरिष्ठ नेता मौजूद थे इस दौरान युवाओं के साथ मौजूद अन्य लोगों को वन नेशन वन इलेक्शन के संबंध में बारीकी से जानकारी उपलब्ध कराई गई और यह महत्वपूर्ण क्यों है इस संबंध में बताया गया क्योंकि वन नेशन वन इलेक्शन होने से जहां शासकीय कामों में बार-बार रुकावट नहीं आएगी तो वहीं सरकार की राशि भी इससे बच सकेगी कैबिनेट की अनुमति के बाद अब जल्द ही इस पर कानून बनने जा रहा है जिस पर संगोष्ठी के माध्यम से हर किसी को इसकी जानकारी उपलब्ध कराने की कोशिश हो रही है

