बिलासपुर। गुरु घासीदास विश्वविद्यालय (केंद्रीय विश्वविद्यालय) नैक से ए++ ग्रेड प्राप्त विश्वविद्यालय, स्वदेशी शोध संस्थान नई दिल्ली, यूनिवर्सिटी ऑफ अगडर नॉर्वे, इंदिरा गांधी नेशनल ट्राइबल यूनिवर्सिटी अमरकंटक म.प्र. एवं इंडियन एग्रीकल्चरल रिसर्च इंस्टीट्यूट (आईएआरआई) के मध्य हुए समझौता ज्ञापन दिनांक 25 अप्रैल, 2025 के अवसर पर विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति महोदय प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल उपस्थित रहे। दिनांक 24 से 26 अप्रैल, 2025 तक स्वदेशी शोध संस्थान द्वारा विजन 2047: प्रॉसपरस एंड ग्रेट इंडिया विषय पर अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये गए। मंचस्थ अतिथियों में दिल्ली की माननीय मुख्यमंत्री महोदया रेखा गुप्ता जी एवं माननीय श्री कृष्ण गोपाल जी सह-सरकार्यवाह उपस्थित रहे।
इस अवसर पर माननीय कुलपति महोदय प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करते हुए कहा कि इस समझौता का उद्देश्य वैश्विक अनुभवों को साझा करना, ज्ञान के नये आयाम खोजना तथा निरंतर विचार विमर्श के साथ ही सर्वोत्तम प्रयासों को अपनाना एवं क्रियान्वित करना है। इस समझौते के द्वारा गुरु घासीदास विश्वविद्यालय को सर्वांगीण एवं वैश्विक स्तर में विविध विषयक ज्ञान परिवेश का लाभ मिलेगा।
कुलपति प्रोफेसर चक्रवाल ने कहा कि यह अध्ययन एवं शोध में नवीन ऊर्जा का संचार करेगा तथा वैश्विक शिक्षा समागम में अत्यंत सहायक होगा। वैश्विक तकनीकी हस्तांतरण एवं नवाचार के नये मार्ग को प्रशस्त करेगा जो स्वावलंबी एवं विकसित भारत के लक्ष्य को 2047 के पूर्व ही प्राप्त करने में सहायक होगा। ज्ञान के नवसृजन से भारत को विज्ञान, तकनीक एवं नवाचार के माध्यम से सतत् विकास तथा वैश्विक नेतृत्व का गौरव प्राप्त हो सकेगा।
इस समझौता ज्ञापन को गैर-व्यावसायिक, दीर्घकालिक एवं मिशन मोड की भावना से लागू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि समझौता ज्ञापन के सभी पक्ष इसके क्रियान्वयन हेतु बहुस्तरीय शोध परियोजनाओँ, विशेषज्ञ शिक्षकों एवं छात्रों के एक्सचेंज प्रोग्राम, राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठियां, ज्ञान संसाधनों का आदान प्रदान, नवाचार केन्द्र का निर्माण एवं स्वदेशी ज्ञान कोष की स्थापना के साथ ही ऊर्जा में आत्मनिर्भरता के लिए समग्र प्रयास करेंगे।

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