


महाबोधि महाविहार मुक्ति आंदोलन
को समर्पित महावंदना 12 मई बुध्दपौर्णिमा के दिन 12 लाख लोगों के साथ भारत में इतिहास लिखा जाएगा।
महाबोधि महाविहार मुक्ति आंदोलन के तत्वावधान में महावंदना का राज्य स्तरीय आयोजन 03 मई 2025 शनिवार , स्थान – बुध्द भूमि, कोसानगर, भिलाई. छत्तीसगढ़ सम्पन्न हुआ।
मुख्य धम्म उपदेशक – पूज्य भंदत विनयाचार्य जी
मुख्य अतिथि – भारतरत्न महामानव डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर जी के प्रपौत्र मान. सुजात अम्बेडकर जी
मुख्य वक्ता- मान. विलास खरात जी
भिलाई। महाबोधि महाविहार मुक्ति आंदोलन को समर्पित महावंदना को संबोधित करते हुए , भंते जी ने कहा महाबोधि महाविहार बौद्धों कि विरासत है, बहुजनों की विरासत है,
इज़राइल में प्रत्येक नागरिक पे एक नियम लागू होता है , अपने देश की रक्षा के लिए, अपने देश की सुरक्षा के लिये ऊने देश की एक वर्दी पहनी पड़ती है ,यह भी एक हमारे लिए एक अवसर होगा , हमारे लिए बोहत बड़ी क्रांति होगी ,देश के नवजवानों को बौध्दो को यह अवसर होगा की महाबोधि महाविहार को मुक्त कराने के लिए लड़ाई लड़ेंगे।
महाबोधि महाविहार के इतिहास में और भारत के इतिहास में भी इस बार की जो बुध्दपौर्णिमा देश में इसे पहले इतनी बड़ी , बुध्दपौर्णिमा नहीं मनाई होगी जितनी बड़ी बुध्दपौर्णिमा 12 मई को बोध्दगया बुध्द स्थल पर मनाई जाएगी , बुध्द पौर्णिमा पुरे भारत में एक विशाल होगी , बौद्धों की सक्ती बौद्धों की एकता देखने को मिलेगी पुरे बौध्द पहली बार भारत में एक साथ इकट्ठा होकर इक साथ कहेंगे , की महाबोधि महाविहार मुक्त करो , BT ACT रद्द करो। भंते जी ने आहवान करते हुए कहा की, पुरे देश से ज़्यादा से ज़्यादा संख्या लोग इस बार इकट्ठा होंगे।
12 तारीख़ को 12 लाख लोग एक साथ पहुँच कर अपनी विरासत को अपने महाबोधि महाविहार को मुक्ता करने के लिए
12 लाख लोगों के साथ बौद्धपौर्णिमा मनाई जाएगी यह इतिहास लिखा जाएगा कि भारत के बौद्ध एक साथ इकट्ठा होकर सरकार के रजिस्टर्ड में 12 लाख लोगों के नाम होंगे, यह बात भारत के इतिहास में लिखी जायेगी।
चलो बुद्ध भूमी ! चलो बौद्धगया ! चलो बौद्धगया ! जय भीम नमों बुद्धाय


