सीपत: (प्रांशु क्षत्रिय) शनिवार की शाम से लेकर सोमवार रात तक सीपत क्षेत्र हादसों से कांप उठा, लेकिन प्रशासनिक सुस्ती ने स्थिति को और भी भयावह बना दिया। मौसम की करवट और तेज आंधी ने जहां पेड़ों को धराशायी कर दिया, वहीं अधिकारियों की लापरवाही ने हादसों की झड़ी लगा दी। शनिवार को अचानक मौसम का मिजाज बदला और सीपत-गुड़ी मार्ग पर फिटनेस जिम के सामने एक विशाल पेड़ गिर पड़ा। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक यह पेड़ सड़क के लगभग 75 फीसदी हिस्से पर फैल गया, जिससे राहगीरों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। पुलिस और प्रशासन को जानकारी देने के बावजूद रविवार शाम तक पेड़ को हटाने की कोई कार्रवाई नहीं हुई। रविवार दोपहर इसी पेड़ की वजह से एक बाइक सवार गिरकर घायल हो गया और शाम 7 बजे बिलासपुर से खांडा जा रहे ट्रेलर (सीजी 12 एयू 5801) ने एक पिकअप वाहन को जबरदस्त टक्कर मार दी। दोनों वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। हादसे के बाद पहुंचे पुलिसकर्मियों ने पेड़ की टहनियों को हटवाया, मगर ट्रेलर पूरी रात बीच सड़क पर खड़ा रहा। सोमवार रात करीब 11 बजे एक और बड़ा हादसा हुआ।

सीपत-गुड़ी मार्ग स्थित पेट्रोल टंकी के सामने तेज रफ्तार ट्रेलर ने सड़क किनारे खड़े दूसरे ट्रेलर में टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि दोनों वाहनों में भीषण आग लग गई। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक ट्रेलर का चालक नशे में धुत था। गनीमत रही कि दोनों ट्रक ड्राइवर और हेल्पर कूदकर जान बचाने में सफल रहे। एनटीपीसी सीपत की फायर ब्रिगेड टीम ने तीन घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। इस दौरान सड़क पर लंबा जाम लग गया और सीपत पुलिस की टीम को यातायात बहाल करने में खासी मशक्कत करनी पड़ी।

प्रशासन की लापरवाही पर उठे सवाल……

भाजपा नेता अभिलेश यादव ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि पहले ही चेतावनी देने के बावजूद पेड़ नहीं हटाया गया, जिससे लगातार हादसे हुए। क्षेत्रवासियों का कहना है कि इस मार्ग पर बड़े वाहन बेकाबू होकर चलते हैं, और पुलिस द्वारा कोई सख्त कदम नहीं उठाया जाता।

सवाल बरकरार: कब जागेगा प्रशासन…?

सीपत क्षेत्र में हादसे अब आम बात हो गई है। लोगों की जान दांव पर है लेकिन जिम्मेदार अधिकारी आंख मूंदे बैठे हैं। अब वक्त आ गया है कि प्रशासन सख्त कदम उठाए, वरना हादसों की यह काली कहानी यूं ही जारी रहेगी।

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