बिलासपुर | एक ओर जिले में सुशासन तिहार की गूंज है, वहीं दूसरी ओर सत्ता के साये में पनपते अपराधों ने कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। कोनी थाना क्षेत्र के ग्राम सेमरताल स्थित एक फार्महाउस पर जुए के फड़ का भंडाफोड़ हुआ है। पुलिस ने छापेमारी कर 17 जुआरियों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया और मौके से ₹1,13,000 नकद व ताश की गड्डी जब्त की।

चौंकाने वाली बात यह रही कि यह फार्महाउस भाजपा पार्षद रूपाली गुप्ता के भतीजे अंकुश गुप्ता का है। कार्रवाई में रामभजन साहू, लाला राम साहू, दुर्गेश मानिकपुरी, डोमन राजपूत सहित अन्य 16 आरोपियों को पकड़ा गया है। हालांकि कार्रवाई को लेकर पुलिस की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं। दबिश के बाद देर रात तक कार्रवाई टलती रही और थाने में नेताओं की चहलकदमी बनी रही। सूत्रों का दावा है कि कई रसूखदारों ने थाने में पहुंचकर हस्तक्षेप किया और कार्रवाई को प्रभावित करने का प्रयास किया।

मीडिया द्वारा पूछे जाने पर पुलिस टालमटोल करती रही, जिससे यह संदेह और गहरा हो गया कि मामला केवल जुए का नहीं, बल्कि राजनीतिक दबाव का भी है। ऐसे में सवाल उठता है कि जब कानून अपने आप में कमजोर दिखे और रसूखदारों की चलती हो, तब “सुशासन” के दावे सिर्फ दिखावे भर रह जाते हैं।