
शिक्षक समाज का मार्गदर्शक होते हैं विद्यार्थियों की भविष्य निर्माण में संवेदनशीलता की जरूरत है-डॉ संजय दुबे
मुख्य अतिथियों ने प्रशिक्षार्थियों को सफलता हेतु प्रेरित किया
सी.एम.डी. स्नातकोत्तर महाविद्यालय, लिंक रोड, बिलासपुर में शिक्षण सत्र 2025-26 के अंतर्गत नव प्रवेशित बी.एड. एवं डी.एल.एड. प्रशिक्षार्थियों का उन्मुखीकरण कार्यक्रम उत्साहपूर्वक संपन्न हुआ।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में महाविद्यालय शासी निकाय के अध्यक्ष डाॅ. संजय दुबे, विशिष्ट अतिथि के रूप में सी.एम.डी. स्नातकोत्तर महाविद्यालय के प्राचार्य डाॅ. संजय सिंह, तथा बी.एड. विभाग की प्राचार्या डाॅ. अंजली चतुर्वेदी उपस्थित रहीं।
कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती माता की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। तत्पश्चात छात्र-छात्राओं द्वारा सरस्वती वंदना एवं स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया। सभी मुख्य अतिथियों का पुष्पगुच्छ से स्वागत किया
मुख्य अतिथि डाॅ. संजय दुबे ने अपने प्रेरणादायी संबोधन में कहा कि शिक्षक समाज का सबसे महत्वपूर्ण अंग होता है, जो आने वाली पीढ़ियों को दिशा देता है। उन्होंने प्रशिक्षार्थियों से कहा कि वे शिक्षा को केवल नौकरी प्राप्ति का माध्यम न मानें, बल्कि इसे चरित्र निर्माण और सामाजिक परिवर्तन का साधन समझें।
डाॅ. दुबे ने कहा कि “शिक्षक की पहचान उसके ज्ञान और आचरण से होती है, अतः आप सभी को निरंतर अध्ययनशील और संवेदनशील रहना चाहिए।”
विशिष्ट अतिथि डाॅ. संजय सिंह ने कहा कि शिक्षक बनने के लिए केवल विषय ज्ञान ही पर्याप्त नहीं होता, बल्कि उसमें संवेदनशीलता, अनुशासन और मानवीय दृष्टिकोण भी होना आवश्यक है।
उन्होंने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि “आप जिस समाज में कार्य करेंगे, वहाँ आपकी भूमिका सिर्फ पढ़ाने की नहीं, बल्कि प्रेरणा देने की भी होगी।”
शिक्षा की प्राचार्या डाॅ. अंजली चतुर्वेदी ने कहा कि शिक्षा केवल पाठ्यक्रम तक सीमित नहीं है, बल्कि यह जीवनभर चलने वाली प्रक्रिया है। उन्होंने कहा कि “प्रशिक्षार्थियों को अपने शिक्षक प्रशिक्षण के दौरान अनुशासन, समयबद्धता और आत्मचिंतन पर विशेष ध्यान देना चाहिए।”
सभी अतिथियों के स्वागत एवं उद्बोधन के पश्चात नव प्रवेशित बी एड एवं डी एल एड के प्रशिक्षार्थियों को दो वर्षीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान होने वाली समुचित गतिविधियों एवं वार्षिक कैलेंडर की विस्तृत जानकारी दी गई।
कार्यक्रम में सभी सहायक प्राध्यापक नीलू कश्यप अंकित शर्मा गुलाब पाठक भारती विश्वकर्मा तृप्ति पटेल अनीता दुबे प्रशांत गुप्ता, कर्मचारीगण एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का संचालन मोनिका दत्ता ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन श्री सोनिल कुमार मिश्रा द्वारा प्रस्तुत किया गया।
