
विकसित भारत के विज़न को मिलेगा अंतरराष्ट्रीय बल — श्री तोखन साहू और इटली के उप मंत्री की सार्थक वार्ता से खुलेंगे नये अवसर
आवासन एवं शहरी कार्य राज्य मंत्री श्री तोखन साहू ने 28 अक्टूबर 2025 को नई दिल्ली स्थित संकल्प भवन में इटली के अवसंरचना एवं परिवहन उप मंत्री श्री एडोआर्डो रिक्शी के साथ द्विपक्षीय बैठक की। यह बैठक भारत और इटली के बीच सतत शहरी विकास के क्षेत्र में बढ़ते सहयोग को और सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम रही।

बैठक में इटली के राजदूत श्री एंतोनियो बार्तोली, इटली के वरिष्ठ राजनयिक तथा आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय (आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय) के सचिव श्री श्रीनिवास कटिकिथाला सहित मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
बैठक के दौरान दोनों पक्षों ने शहरी परिवहन एवं गतिशीलता, किफायती एवं हरित आवास, परिपत्र अर्थव्यवस्था एवं अपशिष्ट प्रबंधन, जल प्रबंधन एवं सुदृढ़ अवसंरचना, तथा डिजिटल शहरी शासन जैसे क्षेत्रों में सहयोग को आगे बढ़ाने पर विस्तृत चर्चा की।
श्री साहू ने इस अवसर पर कहा कि “भारत की रूपांतरणकारी शहरी पहलों और व्यापक पैमाने को इटली की सतत नवाचार क्षमता के साथ मिलाकर, हम ऐसे शहरों का निर्माण कर सकते हैं जो अधिक स्मार्ट, हरित, समावेशी और सुदृढ़ हों — और जो शहरी भविष्य के लिए वैश्विक मानक स्थापित करें।”

उन्होंने यह भी रेखांकित किया कि इटली भारत का एक दीर्घकालिक और विश्वसनीय साझेदार रहा है, जिसने ऊर्जा, प्रौद्योगिकी और औद्योगिक क्षेत्रों में भारत की विकास यात्रा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने यह भी बताया कि इटली की कई कंपनियाँ भारत की मेट्रो परियोजनाओं में योगदान दे रही हैं।
श्री साहू ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के दूरदर्शी नेतृत्व में भारत सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी), स्वच्छ भारत मिशन, अमृत मिशन, स्मार्ट सिटीज मिशन और पीएम स्वनिधि जैसी अनेक रूपांतरणकारी योजनाएँ प्रारंभ की हैं, जो निवेश, सहयोग और ज्ञान-विनिमय के लिए एक मजबूत ढांचा प्रस्तुत करती हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि भारत “विकसित भारत” के विजन की दिशा में आगे बढ़ते हुए, अंतरराष्ट्रीय सहयोग, निवेश और नवाचार को प्रोत्साहित करने के लिए प्रतिबद्ध है।

बैठक के दौरान श्री एडोआर्डो रिक्शी ने भारत और इटली के ऐतिहासिक शहरों एवं शहरी परिदृश्यों में समानताओं पर प्रकाश डालते हुए, संयुक्त विकास और नवाचार की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने जल पुनर्चक्रण, अपशिष्ट से ऊर्जा उत्पादन और शहरी निवेश के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने की इच्छा व्यक्त की, साथ ही भारतीय प्रतिनिधिमंडल को इटली आमंत्रित किया ताकि दोनों देशों के विश्वविद्यालयों और इंजीनियरों के साथ संवाद और अनुभव साझा किया जा सके।
दोनों पक्षों ने शहरी सहयोग के प्रमुख क्षेत्रों की पहचान के लिए एक संयुक्त कार्यदल गठित करने पर सहमति व्यक्त की।
यह बैठक भारत-इटली साझेदारी में एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर सिद्ध हुई, जो साझा मूल्यों, परस्पर सम्मान और सतत, नवोन्मेषी एवं जन-केंद्रित शहरी विकास के साझा दृष्टिकोण पर आधारित है।
