




एनएसयूआई प्रदेश सचिव रंजेश सिंह ने पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया के सम्बन्ध में कुलपति पंडित सुंदरलाल शर्मा विश्वविद्यालय को सौपा ज्ञापन
आज दिनांक 04/11/2025 को रंजेश सिंह प्रदेश सचिव एनएसयूआई ने पं. सुन्दरलाल शर्मा विश्वविद्यालय के कुलपति को ज्ञापन सौपते हुऐ अपनी बात रखी जिसमे मुख्य रूप से हाल में चल रही पीएचडी प्रदेश प्रक्रिया में छत्तीसगढ़ राज्य के सेट उत्तीर्ण छात्रों को नेट और अन्य नेशनल लेवल के उत्तीर्ण अभ्यार्थी की तरह प्रवेश परीक्षा में छुट के दायरे में ना रख कर प्रवेश परीक्षा दिलाने के लिए बाध्य किया गया जबकि प्रदेश के अन्य राजकीय विश्वविद्यालय में सीजी सेट उत्तीर्ण छात्रों को पीएचडी प्रवेश परीक्षा में छूट के दायरे में रखा गया है लेंकिन इस विश्वविद्यालय में अकादमी प्रभारी और पीएचडी प्रभारी द्वारा कार्यपरिषद को दी गयी अधूरी जानकारी के कारण आज प्रदेश के सीजी सेट उत्तीर्ण छात्रों को इसका लाभ नहीं मिल रहा है
रंजेश सिंह ने बताया कि यदि सेट उत्तीर्ण छात्र 50 नम्बर से कम प्रवेश परीक्षा में लेते है तो वह स्वतः ही प्रक्रिया से बाहर हो जायेगा अर्थात उन्हें इंटरव्यू (viva ) में सम्मिलित नहीं किया जायेगा जबकि वह सीधे इंटरव्यू के लिए पात्र के केडर में आते है इससे सीधा सीधा नुकसान आज हमारे छत्तीसगढ़ प्रदेश के छात्रों को ही हो रहा आज प्रदेश के विश्वविद्यालयो में इन्ही सब गलतयो कि वजह से बड़े बड़े पदो पर प्रदेश के लोगो को अवसर नहीं मिल पता चाहे वह प्रोफेसर से लेकर कुलसाचिव और कुलपति बनने तक कि बात हो शुरुवात इन्ही सब छोटी छोटी गलतियों से होती है जो आगे चलकर एक बड़े नुकसान के रूप में सामने आते है
वही दूसरा मुद्दा ये था कि बीएड और डीएलएड के प्री परीक्षा कि कॉपी का पुनरमूल्यांकन बाहर कि एजेंसी से पुनः करवाया गया जिस पर विश्वविद्यालय को अतरिक्त वित्तीय भार का सामना करना पड़ा है जिसपर सीधा प्रभाव छात्रों पर पड़ता है तो अगर ऐसी प्रक्रिया हुयी है तो जो दोषी कर्मचारी और अधिकारी है उन सभी पर कड़ी से कड़ी वैवधानिक कार्यवाही करने कि मांग हमने रखी जिससे भविष्य में ऐसी कोई परस्थिति दोबारा ना बाने जिस पर कुलपति महोदय जी ने कहाँ कि पीएचडी प्रक्रिया में अन्य राजकीय विश्वविद्यालय ने प्रवेश परीक्षा में छूट के कैडर में रखे है तो निश्चित रूप से यहाँ भी उसका पालन होगा और जो गलती या चूक हुई है उसपर सुधार कर सेट उत्तीर्ण छात्रों को अवसर प्रदान किया जायेगा उसके अलावा दूसरे मुद्दे में पुनरमूल्यांकन नहीं दवाआपत्ति के के बाद निराकरण कर परिणाम जारी किया गया है अन्य किसी एजेंसी से जांच नहीं कराई गयी है विश्वविद्यालय को अतरिक्त वित्तीय भार नहीं पड़ा है
जिस पर रंजेश सिंह ने कहाँ कि अब ये सारी बाते पुरे दस्तावेजों को अवलोकन करने पर स्पष्ट होगा कि अतरिक्त वित्तीय भार पड़ा है कि नहीं और साथ में जो दोषी है उनपर वैधानिक कार्यावाही कि प्रक्रिया भी निश्चित रूप से करने कि मांग हमने कि है अगर इस सभी मुद्दों पर हपते भर के भीतर स्थिति स्पष्ट नहीं होता है तो हम आगे आंदोलन कि और अग्रसर होंगे आज हमने शांतिपूर्ण तरीके से अपना ज्ञापन सौपकर मांग रखा है
ज्ञापन सौपते हुऐ रंजेश सिंह प्रदेश सचिव एनएसयूआई,पुष्पराज साहू, करण यादव, वेद राठौर, राजा खान, सुनील श्रीवास,सुदामा साहू, आयुष तिवारी,आशीष यादव, आकाश वर्मा सहित अन्य छात्रनेता मौजूद रहें l




