बिलासपुर – सनातन धर्म में कार्तिक मास को अत्यंत पवित्र और पुण्यदायी माना गया है। इसी माह में दक्षिण भारतीय समाज भगवान शिव की आराधना, सात्त्विक जीवनशैली और सामूहिक भक्ति के साथ विशेष अनुष्ठानों का आयोजन करता है। इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए इस वर्ष पहली बार छत्तीसगढ़ तेलुगु महासंगम बिलासपुर के तत्वावधान में रामलीला मैदान में भव्य कार्तिक दीपोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम की सभी तैयारियां पूर्ण हो चुकी हैं और आज संपूर्ण परिसर 2500 दीपों की पवित्र ज्योति से आलोकित होगा।

इस अवसर पर सुबह से ही दक्षिण भारतीय महिलाओं द्वारा सूर्योदय पूर्व स्नान-ध्यान कर भगवान शिव की विशेष पूजा की परंपरा निभाई जा रही है। तेलुगु समाज के श्रद्धालु पूरे कार्तिक मास में सात्त्विक एवं शुद्ध शाकाहारी आहार का पालन करते हुए अपने परिवार, समाज, नगर, राज्य और समस्त प्राणियों के कल्याण की कामना करते हैं। इसी आध्यात्मिक भावना के अंतर्गत दीपोत्सव का आयोजन सामूहिक श्रद्धा और संस्कृति का प्रतीक बनने जा रहा है।

कार्यक्रम दोपहर 3 बजे से सुहागिन महिलाओं की रंगोली प्रतियोगिता से शुरू होगा। शाम 6 बजे से भगवान शिव का विशेष पूजन एवं दीप प्रज्ज्वलन होगा, जिसमें सभी श्रद्धालु मिलकर 2500 दीपों का भव्य सामूहिक प्रज्ज्वलन करेंगे। दीपोत्सव के बाद सुहागिन महिलाओं को फलदान एवं सभी उपस्थित भक्तों को महाप्रसाद वितरित किया जाएगा। फलदान एवं प्रसाद वितरण का मुख्य संयोजन महासंगम के संरक्षक वी. रामाराव द्वारा किया जा रहा है।

कार्यक्रम को सफल बनाने में महासंगम के उपाध्यक्ष बी. वेणुगोपाल राव, सचिव आर. मनोरथ बाबू, प्रदेश कोषाध्यक्ष एन. रमना मूर्ति, सी. नवीन कुमार, पी. श्रीनिवास राव, जी. काशी राव, टी. रमेश बाबू, यू. मुरली राव, आर. प्रसाद राव सहित अनेक पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता सक्रिय सहयोग दे रहे हैं। छत्तीसगढ़ तेलुगु महासंगम ने सभी श्रद्धालुओं और नागरिकों से इस पवित्र दीपोत्सव में सम्मिलित होकर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाने की अपील की है।
