
चुनाव के समय एक बार फिर ईडी ने छत्तीसगढ़ में दस्तक दी है जिसके बाद छत्तीसगढ़ की राजनीति एक बार फिर से गरमा गई है क्योंकि ने छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री पर फिर दर्ज कराया है इसके बाद से लगातार इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस बीजेपी पर हमलावर है तो वहीं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रविवार को प्रेस वार्ता कर भाजपा पर आरोप लगाया था कि चुनाव के बाद ही भाजपा को एड की याद आती है जबकि 3 महीने से प्रदेश में भाजपा की सरकार है और 10 सालों से केंद्र में भाजपा की सरकार है उसके बाद भी इन पर कार्यवाही क्यों नहीं हो रही है। लिहाजा अब भूपेश बघेल भी आक्रामक मूड में आ गए हैं उन्होंने रायपुर में कहा की भाजपा को चुनाव के समय ही जांच एजेंसियों की याद क्यों आती है वह चुनाव को प्रभावित करना चाहते हैं इसके जवाब में भाजपा के द्वारा सोमवार को प्रेस वार्ता कर जानकारी दी गई। बिलासपुर में छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने पत्रकारों से कहा कि जिस तरह भूपेश बघेल बोल रहे हैं उससे साफ है चोर की दाढ़ी में तिनका है।

गूगल में 508 करोड़ सर्च करने से भूपेश बघेल का उल्लेख मिलता है।कानूनी प्रक्रिया और कानूनी कार्रवाई किसी के पद और कद को देखकर नहीं होता है..एजेंसियां कानून सम्मत कार्य कर रही है।इस कार्रवाई का चुनावी कार्रवाई से कोई लेना देना नहीं है।जांच के बाद एफआईआर दर्ज हुई । है।बेटिंग एप के जरिए युवाओं के भविष्य से खेला गया।आकाओं के एटीएम के रूप में कार्य किया गया।उन्होंने कहा कि कोई भी कितना भी बड़ा हो ,

कार्रवाई होनी चाहिए।छग को लूटने और बर्बाद करने वालों को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।राजनीतिक विद्वेषवश कार्रवाई की सरकार की कोई मंशा नहीं है।भूपेश बघेल न्यायालयीन प्रक्रिया और कार्रवाई का सामना करें अनाप- सनाप बयानबाज़ी से कुछ होने वाला नहीं है। हालांकि अब भाजपा के द्वारा इस पूरे घटनाक्रम पर अपना पक्ष रखने की कोशिश जरूर की गई है लेकिन लोगों की जहां में भी यही सवाल है कि आखिरकार चुनाव के वक्त ही यह एक्शन क्यों होते हैं

वहीं दूसरी ओर लोकसभा चुनाव की घोषणा के बाद यह भी नजर आ रहा है कि भाजपा कांग्रेस को कोई मुद्दा नहीं देना चाहती जिसके मद्देनजर प्रेस वार्ता के माध्यम से वह मामले पर पटाछेप भी कर रही है