बिलासपुर। सहिस सारथी समाज का भव्य सामाजिक सम्मेलन साई मंगलम, रमतला में संपन्न हुआ। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए बिलासपुर जिले के लोकप्रिय कांग्रेस नेता श्री त्रिलोक चंद्र श्रीवास ने समाज को संबोधित करते हुए कहा कि “कोई भी व्यक्ति जन्म से छोटा या बड़ा नहीं होता, सभी मनुष्य जन्म से समान होते हैं। व्यक्ति की महानता उसके कर्म और आचरण से तय होती है। भगवान ने केवल एक जाति बनाई है – मानव जाति। सनातन संस्कृति में न कोई जाति छोटी है और न कोई व्यक्ति।”

उन्होंने आगे कहा कि “जो हीन भावना से ग्रसित होता है, वही दूसरे को छोटा समझता है। महाभारत में स्वयं भगवान श्रीकृष्ण अर्जुन के सारथी बने, यह दर्शाता है कि कर्म ही व्यक्ति की पहचान है। हर समाज का गौरवशाली इतिहास रहा है और समाज के उत्थान के लिए बच्चों और युवाओं को शिक्षित बनाना तथा शासकीय योजनाओं का लाभ लेना जरूरी है।” सम्मेलन में पूरे छत्तीसगढ़ प्रांत से हजारों की संख्या में समाज के बंधु-भगिनी शामिल हुए। त्रिलोक श्रीवास ने कहा कि वे हमेशा सारथी समाज के सुख-दुख में साथ रहे हैं और भविष्य में भी समाज के लिए कार्य करना गौरव की बात होगी।

इस अवसर पर समाज के विभिन्न जिलों से आए प्रमुख सदस्य – डॉक्टर प्रेमलाल सारथी, रोशन सागर, गुलाब नागेन्द्र, गुलाब डोंगरे, छोटेलाल सागर, कीर्ति सागर, तुलाराम, कुलदीप, लखन लाल सहिस, कृष्ण सागर, रोहन सागर, जय सारथी, रामनारायण साहनी, शिव कुमार सागर, किशोर सागर, विनोद सागर, संतोष सागर, सीमा सागर, रामवती बाई, लता सारथी, राहुल श्रीवास, दुर्गेश पटेल, पार्थ किशन सहित बड़ी संख्या में समाजजन उपस्थित रहे। सम्मेलन का वातावरण उत्साह और एकता से परिपूर्ण रहा, जिसमें समाज की प्रगति और भविष्य की दिशा पर सार्थक चर्चा हुई।