
विश्व पर्यावरण दिवस पर डी.पी. विप्र ऑटोनॉमस महाविद्यालय में एक गोष्ठी का आयोजन रखा गया जिसका विषय था पर्यावरण संरक्षण के लिए प्लास्टिक मुक्त बिलासपुर डी.पी. विप्र आटोनॉमस महाविद्यालय के प्रशासन समिति के अध्यक्ष श्री अनुराग शुक्ला जी एवं प्राचार्य डॉ. अंजू शुक्ला के मार्गदर्शन में अंतरराष्ट्रीय पर्यावरण दिवस आज मनाया गया। कार्यक्रम में संस्था के प्राचार्य डॉ. अंजू शुक्ला ने गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए कहा कि पर्यावरण शब्द दो शब्दों से मिलकर बना हुआ हैं। परि जो हमारे चारों ओर है आवरण जो हमें चारों से घेरे हुए हैं। अतः पर्यावरण का शाब्दिक अर्थ होता है चारों ओर घेरे हुए। पर्यावरण का विकास सर्वप्रथम 18वीं शताब्दी में अलेक्जेण्डर को माना जाता है। भारत में पर्यावरण विज्ञान का जनक प्रो. नामदेव मिश्रा को माना जाता है वे वनस्पति शास्त्री और पर्यावरणविद थे।

पर्यावरण हमारे चारों ओर वह वातावरण है जो हमारे जीवन को प्रभावित करता है। इसमें हवा, मिट्टी, पानी, जानवर और मानव निर्मित संरचनाएँ शामिल है। डॉ. शुक्ला ने 2025 का थीम प्लास्टिक का नष्ट करना है के संबंध में कहा कि प्लास्टिक से बनने वाली कारखानों को बंद करना उचित होगा तभी प्लास्टिक मुक्त कर पाने में हम सफल होंगे। कार्यक्रम में पर्यावरण प्रदूषण रोकने के लिए छात्र-छात्राओं को शपथ दिलायी गई जिसमें प्रमुख रूप से बिलासपुर को प्लास्टिक मुक्त करने का संकल्प भी शामिल था। कार्यक्रम का संचालन डॉ. एम.एस. तम्बोली एवं राष्ट्रीय सेवा कार्यक्रम अधिकारी डॉ. किरण दुबे ने किया।

कार्यक्रम में डॉ. मनीष तिवारी, कार्यक्रम अधिकारी प्रो. यूपेश कुमार का योगदान सक्रिय रूप से रहा। इस अवसर पर डॉ. आशीष शर्मा, डॉ. आभा तिवारी, प्रो. निधीश चौबे, डॉ. रश्मि शर्मा, प्रो. दीपक तिवारी, प्रो. रूपेन्द्र शर्मा, श्री सगराम चन्द्रवंशी, श्री तोरण यादव तथा एन.सी.सी, एन.एस.एस. के छात्र हैल्सियन कांत, उपेन्द्र, कुणाल, डिकेश, आकांक्षा, गंुजन, अमिषा, अंशिका, पूजा, नवनीत, मोहनेश, एवं महाविद्यालय केे छात्र-छात्राएँ बड़ी संख्या में कार्यक्रम में उपस्थित थे। यह आयोजन एक सामाजिक आंदोलन के रूप मंे सामने आया जिसमें समाज में व्याप्त विभिन्न प्रदूषण को मुक्त करके स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मतिष्क का विकास कर देश को आगे बढ़ाया जा सके। कार्यक्रम के अंत में प्राचार्य डॉ. अंजू शुक्ला एवं श्री सगराम चन्द्रवंशी के द्वारा पौधा रोपण किया गया।
