सुप्रीम कोर्ट नई दिल्ली के द्वारा समस्त शिक्षक एवं शिक्षिकाओं एवं प्रधान पाठकों को टेट परीक्षा उत्तीर्ण करना अनिवार्य है जिन शिक्षक और प्रधान पाठक की सेवाकाल 5 वर्ष से कम वाले को इस परीक्षा से छूट दी गई है जो स्वागत योग्य कदम है परंतु नए और पुराने शिक्षकों को भी 5 वर्ष से ऊपर वाले समस्त शिक्षकों को टेट परीक्षा उत्तीर्ण करना अनिवार्य होगा अन्यथा सेवा से पृथक करने की बात कही गई है या अनिवार्य सेवानिवृत्ति के संबंध में भी बात कही गई है वास्तव में यह नियम आज से लागू होना चाहिए नए शिक्षक की नियुक्ति के लिए अनिवार्य होना चाहिए ना की पुराने के लिए अनिवार्य होना चाहिए पढ़ने लिखने की एक विशेष उम्र होती है अब पुराने शिक्षक उस पड़ाव को पार कर चुके हैं इसलिए सर्वोच्च न्यायालय के द्वारा दी गई आदेश के संबंध में जनहित में पुनर्विचार होना चाहिए जिनकी सेवा कल लगभग 6 वर्ष शेष है उन्हें भी यह परीक्षा पास करना अनिवार्य होगा ऐसा आदेश में कहा गया है अधिकांश शिक्षकों की नौकरी खतरे में जाते हुए दिखाई पड़ रही है छत्तीसगढ़ सरकार के द्वारा भी इस संबंध में पुनर्विचार के बाद ही इस नियम को लागू किया जावे अन्यथा शिक्षा विभाग और गर्त में चला जावेगा इस नियम के तहत प्रमोशन में भी लागू होगा इसके तहत पदोन्नति होना भी एक सपना देखने के समान हो जाएगा इस संबंध में शिक्षा विभाग और बुद्धिजीवी वर्गों से और बड़े-बड़े शिक्षाविदों से विचार विमर्श के पश्चात ही यह नियम सारे देश में और छत्तीसगढ़ सरकार को लागू करने के पहले कई बार सोचना और विचार विमर्श के बाद ही लागू किया जाना चाहिए ताकि शिक्षा विभाग का भविष्य कहीं गर्त में ना चला जाए इसका विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ ना हो इसका भी विशेष ध्यान देना पड़ेगा ऐसे भी शिक्षा का स्तर गिरते ही जा रहा है इस कारण जनहित को देखते हुए सोच समझकर ही और गहन विचार विमर्श के बाद ही इस नियम को छत्तीसगढ़ में और शिक्षा विभाग में लागू किया जाना चाहिए

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