


नेत्रदान पखवाड़ा 2025 के अंतर्गत नेत्रदान हेतु लोगों को प्रेरित करने के उद्देश्य से आर्यन फिल्म की टीम ने EYE DONATION नाम से नेत्र दान के महत्व को दर्शाती हुई एक शॉर्ट फिल्म का निर्माण किया है, जिसका पोस्टर लॉन्चिंग बिलासपुर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री रजनेश सिंह (IPS) एवं बिलासपुर कलेक्टर श्री संजय अग्रवाल (IAS) ने किया । पोस्टर लॉन्चिंग के समय ASP श्री मति अर्चना झा ASP श्री राम गोपाल करियारे, आशीर्वाद लेज़र फेको आई हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉ. एल.सी.मढरिया, फ़िल्म के डायरेक्टर आर्यन तिवारी, असिस्टेंट डायरेक्टर डॉ. सुनंदा मरावी एवं ओशीन मरकाम , एक्टर महेंद्र सूर्यवंशी, नरेंद्र सिंह चंदेल, विजया रानी राठौर उपस्थिति रहे / फ़िल्म में चाइल्ड आर्टिस्ट के तौर पर आहान आदित्य झा, अन्विता झा ने
काम किया है / फ़िल्म में दिखाया गया है कि कैसे एक रंग बिरंगा 200 रूपये का नोट रंग बिरंगी दुनिया में घूमता रहता है, लेकिन जैसे ही किसी कारणवश वह गुल्लक में फंस जाता है तो उसकी पूरी दुनिया अँधेरे में बदल जाती है । इसी प्रकार इंसान के जीवन मे आँखों का महत्व बहुत है , आंखों को खोकर उसका जीवन भी अंधकारमय हो जाता है। डॉ. एल. सी. मढ़रिया ने बताया कि
नेत्रदान से जुड़ा मुख्य तथ्य यह है कि एक व्यक्ति के नेत्रदान से दो लोगों को रोशनी मिल सकती है, क्योंकि दोनों कॉर्निया अलग-अलग व्यक्तियों में प्रत्यारोपित किए जा सकते हैं।
मुख्य आँकड़े (भारत-केंद्रित):
- एक नेत्रदाता से दो कॉर्निया प्राप्त होते हैं, जिससे दो नेत्रहीन लोगों की दृष्टि वापस आ सकती है।
- भारत में हर साल लगभग 25,000 से 30,000 कॉर्निया प्रत्यारोपण किए जाते हैं, जबकि ज़रूरत लगभग 1 लाख से ज़्यादा प्रत्यारोपण की है।
- विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, भारत में लगभग 1.2 मिलियन (12 लाख) लोग कॉर्निया ब्लाइंडनेस से पीड़ित हैं, और यह संख्या हर साल बढ़ रही है।
- भारत में हर साल लगभग 1 करोड़ लोगों की मृत्यु होती है, अगर उनमें से 1% लोग भी अपनी आँखें दान करें, तो पूरे देश की ज़रूरत पूरी हो सकती है।
सारांश:
बिंदु आँकड़े
एक व्यक्ति के नेत्रदान से दो लोगों को दृष्टि मिलती है
भारत में कॉर्निया की आवश्यकता प्रति वर्ष > 1,00,000
भारत में वार्षिक नेत्रदान लगभग 25,000-30,000
कॉर्निया अंधत्व से पीड़ित लोग (भारत में) लगभग 12 लाख
है ।
आर्यन फ़िल्म की प्रस्तुति
संपर्क। 8319088477


