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“हमारा वर्तमान जीवन हमारे पिछले सोंच का नतीजा होता है” उपरोक्त कथन मेंटर गुरु श्री राजेश पांडे जी की है।
अत्यंत भावगम्भीर विषय – जिसमे जीवन दर्शन की गुर बातें समाहित है , जिसे पांडे जी ने महिलाओं के अंदर सोंच की परिपक्वता व स्थिरता के साथ स्माकरातक विचार पनक ने कई रोचक उदाहरणों के द्वारा विश्लेषण किया।उन्होंने कहा हमारी बाहरी दुनिया हमारी अंदरूनी दुनिया का मिर्रेर (आईना) है। जैसे जैसे हम अपने भीतर को सुधारते जाते है वैसे वैसे हमारी बाहरी दुनिया सुधरते जाती है । अपनी वक्त्वय में उन्होंने कहा हम जैसे सोचने का ढांचा बनाते है हमारी परिस्थिति ,लोग वैसे ही बदलते जाते है ,अतः नई सोच हम स्वयं निर्मित कर परिस्थिति बदल सकते है । आखिर हम स्वयं अपने जीवन के मालिक है । उक्त परिचर्चा में संगठन की महिलाओं ने अपने मन के जिज्ञासाओं के माध्यम से प्रश्न रखे। ततपश्चात संस्था की गतिविधि की चर्चा करते हुए संस्था के सचिव पद की पूर्ति के लिए संस्था की सिनियर सक्रिय सदस्य श्रीमती अनिता गोलदार को मनोनीत किया गया। जिसे श्रीमती अनिता गोलदार ने सहर्ष स्वीकार करते हुए अपने संशिप्त उदबोधन में 31 वर्ष पुरानी सक्रिय सामाजिक सांस्कृतिक संस्था
के गठन से लेकर आज तक की महत्वपूर्ण उद्देश्यों सिधान्तो एवं कार्यक्रमों को जारी रखते हुए भविष्य में चलने की शपथ लिया।
सम्पूर्ण कार्यक्रम का संचालन संस्था की संस्थापिका अध्यक्ष
श्रीमती नमिता घोष ने किया। कोषाध्यक्ष शम्पा दत्ता ने वार्षिक लेखा जोखा का हिसाब रखते हुए सालाना शुल्क जमा करते हुए सदस्यो का धनयवाद दिया। उनके उपरोक्त कार्य मे संस्था की उपाध्यक्ष लीना बनर्जी ने सहयोग दिया। सभी सदस्यो ने मिलकर जलपान ग्रहण किया एवं अतिथि मेंटर गुरु को शाल श्रीफल से अभिवादन किया। कार्यकम में नमिता घोष ,अध्यक्ष अनिता गोलदार सचिव , शम्पा दत्ता कोषाध्यक्ष, लीना बैनर्जी उपाद्यक्ष शिवली घोष उपाद्यक्ष ,श्रीलेखा बैनर्जी ,हंशी बेनर्जी ,सीमा सेनगुप्ता सास्वती मजूमदर, वंदना राय ,पृथा सील ,देबोश्री मजूमदार , शिबानी चक्रबर्ति ,श्यामा सरकार ,मोनिका घोष ,वंदना मजूमदार , इंद्राणी राय ,रूपा राहा ,जयश्री भट्टाचार्य प्रोतिमा पाल सक्रिय
रहे ।
धन्यवाद।
भवदिया,
नमिता घोष
अध्यक्ष
बंगाली महिला संगठन
प्रति ,
माननीय सम्पादक महोदय
दैनिक
बिलासपुर