एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स एवं साइबर सेल जीपीएम इकाई की प्रभावी कार्यवाही

मुखबिर से प्राप्त सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने मौके पर दबिश देकर सीमा गुप्ता, उसकी बेटी रेणु गुप्ता, बेटा हिमांशु गुप्ता और एक सहयोगी अथर गिरी उर्फ अजय को गांजा एवं गांजा बिक्री की नकद राशि के साथ रंगे हाथ पकड़ा। सभी आरोपी ग्राम पथर्रा के निवासी हैं।

जांच में सामने आया है कि मुख्य आरोपी सीमा गुप्ता विगत 10 वर्षों से गांव में बेजा कब्जा कर निवास कर रही थी और पहले अवैध शराब तस्करी तथा हत्या के प्रयास जैसे गंभीर मामलों में भी संलिप्त रही है। पेंड्रा थाने में उसके विरुद्ध आबकारी एक्ट के अंतर्गत प्रकरण दर्ज है।

स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार सीमा गुप्ता और उसका परिवार लंबे समय से अवैध गतिविधियों में लिप्त रहकर पूरे गांव में दहशत का माहौल बनाए हुए था। अवैध गांजा बिक्री से अर्जित धन से उसने पक्का मकान एवं महंगी मोटरसाइकिल भी खरीदी है। पूछताछ में यह भी पता चला कि गांजा की आपूर्ति के लिए उसका बड़ा बेटा अविनाश गुप्ता उर्फ शानू, छोटा बेटा हिमांशु, भांजा अथर गिरी और सहयोगी महेंद्र गिरी उर्फ मधुर नियमित रूप से आते-जाते थे।

गिरफ्तार आरोपियों के आपराधिक रिकॉर्ड की जांच की जा रही है तथा इनके फॉरवर्ड-बैकवर्ड लिंक और सप्लाई नेटवर्क की गहनता से पड़ताल की जा रही है। फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम लगातार दबिश दे रही है।

रेड के दौरान आरोपीगणों के कब्जे से 8.470 किलोग्राम मादक पदार्थ गांजा, जिसकी बाजार कीमत लगभग ₹84,700/- आंकी गई है, बरामद किया गया। साथ ही मौके से ₹59,190/- नकद, तीन मोबाइल फोन (कीमत ₹25,000/-) सहित कुल ₹1,68,890/- का अवैध संपत्ति जब्त किया गया।

जिला गौरेला पेंड्रा मरवाही पुलिस आमजन से अपील करती है कि नशे के पदार्थों की बिक्री करने वालों और तस्करी करने वालों पर कार्यवाही के लिए जिला पुलिस प्रतिबद्ध है। आमजन सहयोग के लिए गोपनीय सूचना केंद्र सरकार की मानस नेशनल नारकोटिक्स हेल्प लाइन नंबर 1933 पर कॉल करके दे सकते हैं। सूचना देने वाले की पहचान गोपनीय रखी जाएगी

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