बिलासपुर। तालापारा इलाके में आदिवासी परिवारों की 5 एकड़ जमीन पर फर्जी दस्तावेजों के जरिए कब्जा करने का मामला सामने आया है। पीड़ित परिवारों ने अधिवक्ता विवेक त्रिपाठी के साथ मिलकर सोमवार को कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर निष्पक्ष जांच और कार्रवाई की मांग की है।

जानकारी के अनुसार, खसरा नंबर 254/1 में दर्ज 5 एकड़ जमीन लंबे समय से तीन आदिवासी परिवारों के कब्जे में है। इनमें से 2 एकड़ 2 डिसमिल जमीन गिरिजाबाई के नाम, 1 एकड़ लक्ष्मी गोदानी के पूर्वजों के नाम और 1 एकड़ 98 डिसमिल काशीराम वल्द बहरा सतनामी के नाम दर्ज है।

अधिवक्ता विवेक त्रिपाठी ने आरोप लगाया कि मगरपारा निवासी तुकाराम नागदोने ने राजस्व रिकॉर्ड में फर्जी तरीके से 3 एकड़ 2 डिसमिल जमीन अपने नाम करवा ली है। इतना ही नहीं, अब उसका बेटा हरीश नागदोने फर्जी टीएनसी (Transferable No-Claim Certificate) बनाकर जमीन की बिक्री की कोशिश कर रहा है।


पीड़ित पक्षकारों ने सवाल उठाया है कि जब जमीन वर्षों से उनके कब्जे में थी, तो फिर राजस्व रिकॉर्ड में नामांतरण कैसे हो गया? उन्होंने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। इस पूरे प्रकरण ने प्रशासन की भूमिका पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना होगा कि आदिवासी परिवारों को उनका हक दिलाने के लिए शासन-प्रशासन क्या कदम उठाता है।