हड़ताल बिलासपुर के दस्तावेज़ लेखक और स्टाम्प विक्रेताओं की आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल, जमीन, मकान रजिस्ट्री कराने भटक रहे लोग…

बिलासपुर, 21 अक्टूबर 2024 – बिलासपुर के प्रादेशिक पंजीयन कार्यालयों में दस्तावेज़ लेखक और स्टाम्प विक्रेता आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। लंबे समय से अपनी समस्याओं को लेकर संघर्षरत इस वर्ग के पास अब धैर्य खत्म हो गया है। 3 उनकी मांगों की लगातार अनदेखी
२ बिलासपुर, 21 अक्टूबर 2024 – बिलासपुर के प्रादेशिक पंजीयन कार्यालयों में दस्तावेज़ लेखक और स्टाम्प विक्रेता आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। लंबे समय से अपनी समस्याओं को लेकर संघर्षरत इस वर्ग के पास अब धैर्य खत्म हो गया है। उनकी मांगों की लगातार अनदेखी और नई तकनीकी योजनाओं के चलते रोजगार पर मंडराते संकट ने उन्हें यह कदम उठाने के लिए मजबूर किया है।
दस्तावेज़ लेखक और स्टाम्प विक्रेताओं का मुख्य
मुद्दा उनके अस्तित्व और आजीविका से जुड़ा है।
उनके द्वारा बार-बार शासन को ज्ञापन सौंपे गए, लेकिन हर बार उन्हें सिर्फ आश्वासन ही मिला,
ठोस निर्णय नहीं। उनकी मांगें विशेष रूप से
उनकी रोजगार सुरक्षा और नई तकनीकी
योजनाओं से हो रही समस्याओं को लेकर हैं।
NGDRS (नेशनल जनरल दस्तावेज़ रजिस्ट्रेशन सिस्टम) और “ई-स्टाम्प” जैसी योजनाएं
पारदर्शिता के नाम पर लागू की गई हैं, लेकिन
इनसे दस्तावेज़ लेखक और स्टाम्प विक्रेताओं के
काम पर भारी असर पड़ा है। इसके अलावा, की शुरुआत ने स्थिति को
और गंभीर बना दिया है। यह ऐप आम जनता को
घर बैठे ही रजिस्ट्री कराने की सुविधा देता है,
जिससे दस्तावेज़ लेखकों की भूमिका सीमित
होती जा रही है। इन योजनाओं से उनका रोजगार खतरे में पड़ गया है।
इस संघर्ष की शुरुआत एक दिवसीय कलमबंद हड़ताल से हुई थी, जिसके बाद विरोध के रूप में एक सप्ताह काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन किया गया। इसके बाद, 16 से 19 सितंबर 2024 तक तीन दिवसीय हड़ताल की गई, जहां एक और ज्ञापन सौंपा गया। इसके बाद महानिदेशक पंजीयन ने समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया था, लेकिन एक महीने बीत जाने के बावजूद भी कोई ठोस प्रगति नहीं हुई।

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