वार्ड क्रमांक 46 गणेश नगर रेलवे लाइन के किनारे बसे इस वार्ड को नगर निगम मैं शामिल किए जाने के बाद यहां विकास की अपार संभावनाएं थीं । और जब यहां 15 साल तक भाजपा के पार्षद अमर दास बंजारे मौजूद थे तो यहां विकास की संभावनाओं को पंख भी मिला लेकिन पिछले 10 सालों से यहां कांग्रेस के पार्षद मौजूद है जिससे यहां विकास की जो रफ्तार है वह थम गई है 10 सालों में केवल यहां बुनियादी सुविधाओं को दरकिनार करना सहित तमाम समस्याओं का अंबार वार्ड में लगा हुआ है मौजूदा वार्ड पार्षद पर तो कई शिकायतें भी है तो वहीं अंतिम समय पर उन्हें कांग्रेस पार्टी के द्वारा टिकट भी दिया गया है क्योंकि कांग्रेस पार्टी खुद उनके कार्यकाल से संतुष्ट नहीं थे हालांकि अब एक बार फिर नगर निगम के चुनाव आए हैं और वार्ड क्रमांक 46 से अमर दास बंजारे तो वहीं कांग्रेस ने पुनः अपने मौजूदा पार्षद को ही मैदान में उतारा है लेकिन इन 5 सालों की ही अगर हम बात करें तो वार्ड में सड़क पानी नाली जैसी सुविधाओं का तो विस्तार नहीं हुआ
बल्कि उनकी स्थिति और जर्जर होती गई पिछले 15 सालों में जिस तरह से भाजपा के पार्षद अमरदास बंजारे ने यहां वार्ड को विकास की नहीं रहा देने की एक पल की थी पिछले 10 सालों में वह विकास कहीं गुम गया है लेकिन एक बार फिर अब अमरदास बंजारे इस 15 साल के विकास को पुनः वार्ड में स्थापित करने का वादा कर रहे हैं यही वजह है कि इस बार वार्ड की जनता का भी अपार स्नेह उन्हें मिल रहा है बुनियादी सुविधाओं को तो वह बेहतर करने का वादा कर ही रहे हैं इसके अलावा वार्ड में सुरक्षा व्यवस्था के साथ खासतौर पर शासकीय जमीनों की हो रही बंदरबाट पर भी लगाम लगाने की बात कह रहे हैं जाहिर तौर पर अगर वार्ड की जनता भाजपा के प्रत्याशी पर भरोसा करती है तो उन्हें 15 साल का वह विकास जरूर देखने को मिलेगा। जिससे बुनियादी सुविधाओं के विकास देखा जाएगा