

*बस्तर के भोगापाल में बुद्ध महोत्सव 1 जून को मुख्यमंत्री विष्णु देव सायहोंगे मुख्य अतिथि *
*अंतरराष्ट्रीय ध्यान केंद्र की स्थापना एवं बस्तर की सांस्कृतिक पुरातत्व धरोहर को शोध एवं पर्यटन केंद्र बनाने के लिए बुद्ध शांति पार्क की स्थापना का विधायक नीलकंठ ने उठाया बीड़ा। *
बिलासपुर। बस्तर क्षेत्र के केशकाल में कोंडागांव गांव के पास फरस गांव से 40 किलोमीटर दूर भोगापाल में बुद्ध शांति पार्क की स्थापना के लिए 1 जून को भोगापाल बुद्ध महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है । रविवार 1 जून को आयोजित बुद्ध महोत्सव में मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय होंगे । केशकाल के विधायक नीलकंठ टेकाम ने आज अभियंता भवन डॉ अंबेडकर ज्ञान केंद्र में बौद्ध समाज एवं एवं सभी अनुसूचित जाति जनजाति समाज वर्ग के प्रमुखों से प्रमुखों से साथ चर्चा की और 1 जून को बुद्ध महोत्सव आयोजन में शामिल होने की अपील की है। विधायक नीलकंठ टेकाम, रायपुर संभाग आयुक्त, महादेव कावरे ने आज डॉ अंबेडकर ज्ञान केंद्र मगर पारा में चल रहे निशुल्क कोचिंग सेंटर में डिजिटल कैमरे का शुभारंभ किया जिसके माध्यम से यहां अध्यनरत छात्राएं घर बैठे लोक सेवा आयोग, संघ लोक सेवा आयोग एवं विभिन्न प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर सकेंगे।
केशकाल विधायक नीलकंठ टेकाम ने बताया कि बस्तर क्षेत्र में शांति की स्थापना के लिए बुद्ध शांति पार्क की स्थापना की जा रही है जिसमें अंतरराष्ट्रीय स्तर का ध्यान केंद्र भिक्षु निवास शोध एवं पर्यटन केंद्र बनाया जाएगा ताकि बस्तर की सांस्कृतिक पुरातत्व धरोहर को विकसित किया जा सके। बुद्ध शांति पार्क में बस्तर आदिवासी क्षेत्र के लोगों को शांति का पाठ पढ़ने के लिए यहां प्राणायाम तथा योग भी किया जाएगा तथा सभी समाज के लोग बुद्ध शांति पार्क में आएंगे। केशकाल विधायक नीलकंठ टेकाम ने बताया कि भोगापाल में छठवीं शताब्दी का बुद्ध चैत्य मंदिर घने जंगलों के बीच एक शांति क्षेत्र है। वर्तमान विधायक नीलकंठ टेकाम के प्रयासों से इस बुद्ध चैत्य ग्रह का जीर्णोद्धार कर पहली बार बुद्ध जयंती मनाई गई है और इस ऐतिहासिक बौद्ध स्थल को राष्ट्रीय पहचान दिलाने एवं बुध चैत्य गृह के आसपास के स्थल को बुद्ध शांति पार्क स्थापित किए जाने के उद्देश्य से 1 जून को भोगा पाल बुद्ध महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है । बुद्ध शांति पार्क में अंतरराष्ट्रीय ध्यान केंद्र की स्थापना के साथ भिक्षु निवास का निर्माण भी किया जाएगा तमूरा नदी पर रिवर फ्रंट बनाकर एक पार्क विकसित कर इस सांस्कृतिक पुरातत्व धरोहर को शोध एवं पर्यटन केंद्र बनाया जाएगा। इस महोत्सव में भारत के सभी राज्यों से लगभग 200 बौद्ध भिक्षु सामूहिक वंदना में शामिल होकर त्रि शरण पंचशील का पाठ करेंगे। भोगापाल बुद्ध महोत्सव कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय होंगे। इस कार्यक्रम में वरिष्ठ बौद्ध भिक्षुओं के साथ-साथ बस्तर के विभिन्न जिलों के विधायक सांसद एवं मंडल आयोग के पदाधिकारी शामिल होंगे। डॉ अंबेडकर ज्ञान केंद्र मगरपारा में आज रायपुर संभाग आयुक्त महादेव कावरे ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया और कहा कि की भोगापाल बुद्ध महोत्सव में बिलासपुर जिले से भी अधिक से अधिक संख्या में बौद्ध समाज के लोग शामिल होकर कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना योगदान दें। इस बहाने बस्तर की संस्कृति और वहां के प्राचीन अवशेष को जानने का समझने का अवसर भी मिलेगा। आज केशकाल विधायक नीलकंठ टेकाम का स्वागत करने वालों में प्रमुख रूप से बौद्ध समाज के अध्यक्ष सारंग राव हुमने ,नरेंद्र रामटेके, महेश चंद्रिका पुरे, जितेंद्र पाटले अमित मिरी,कमलेश खाडे ,केदार अनंत , कृष्णा रायकर ,राजेश हुमने , सीमा मेश्राम,अनुराधा बोरकर, लक्ष्मी हुमने वर्षा रामटेके, वर्षा मेश्राम, बिंदु भीमटे ,सुजाता खोबरागड़े सत्यभामा नंद गौरी ,दिलीप मेश्राम ,संतोष खोबरागड़े ,कुणाल रामटेके, देवेंद्र मोटघरे, दिलीप मेश्राम हरीश वाहने ,मिलिंद खोबरागड़े और डॉ अंबेडकर ज्ञान केंद्र के सैकड़ो की संख्या में छात्र छात्राएं शामिल हुए।


