
बिलासपुर में अवैध कब्जा और अतिक्रमण के खिलाफ निगम का बुलडोजर एक्शन में है। दूसरे दिन भी निगम की बुलडोजर कार्रवाई जारी है। इस बीच कांग्रेस अब बुलडोजर एक्शन के विरोध में लामबंद हो गई है। इसी कड़ी में पूर्व विधायक शैलेश पांडेय, जिलाध्यक्ष विजय केशरवानी के साथ कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल आज प्रभावित स्थल मेलापारा चांटीडीह पहुंचा।
यहां कार्रवाई का विरोध करते हुए कांग्रेसियों ने जमकर नारेबाजी की। इस बीच बुलडोजर कार्रवाई का विरोध करते हुए कांग्रेसी बुलडोजर के सामने खड़े हो गए। कांग्रेसियों ने प्रभावित लोगों के साथ बुलडोजर कार्रवाई का विरोध करते हुए कहा कि, मानसून के बीच गरीबों को उनके आशियाने से हटाना कहीं से भी न्याय संगत नहीं है। राज्य सरकार बुलडोजर का डर दिखाकर गरीबों पर अत्याचार कर रही है। कांग्रेस ने मांग करते हुए कहा कि, मानसून को देखते हुए तत्काल बुलडोजर कार्रवाई बंद हो और जहां इन्हें विस्थापित किया जा रहा है
वहां पहले व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं। इसके साथ ही सभी परिवारों को अलग अलग- मकान अलॉट किए जाएं और जिन्हे मकान अलॉट नहीं हुआ है, उन्हें भी वैकल्पिक व्यवस्था के तहत अस्थाई तौर पर मकान दिए जाएं। हालंकि, तमाम विरोध के बीच निगम की कार्रवाई जारी है। निगम के अधिकारी व्यवस्थित विस्थापन की बात कह रहे हैं। निगम की इस कार्रवाई और कांग्रेस के विरोध का जायजा लिया।सैकड़ो की संख्या में यहां मकानको तोड़ा जाना है यही वजह हैं की यहां नगर निगम को कार्यवाही चल रही है । हालांकि पहले भी नगर निगमने बस्ती को हटाने नोटिस दिया था।लेकिन चुनाव होने की वजह से मामला टल गई ।लेकिन अब निगम ने इस दिशा में कार्यवाही शुरू कर हितग्राहियों को मकान आबंटित कर व्यवस्था बनाना शुरू कर दिया है।
हालांकि अब कांग्रेसियों ने जिस तरह सेयहां पहुंचकर आंदोलन का रूप देने की कोशिश की है लेकिन जब इन मकानों को तोड़ने की पहल हुई थी तब राज्य में कांग्रेस की ही सरकार थी ऐसे में अब केवल राजनीति के लिए विरोध करना उचित नहीं है।योजनाओं को पूरा करने सरकार को सरकारी जमीन की जरूरत है ऐसे में व्यवस्थापन के बाद अगर उन्हें हटाने की कवायद हो रही है तो निश्चित ही इसमें सभी को सहयोग करना चाहिए
