

संविधान दिवस समारोह
ग्राम करहीपारा (निरतू) बौद्ध विहार में डॉ. अम्बेडकर युवा मंच सूर्यवंशी समाज बिलासपुर के तत्वावधान में 1 दिसम्बर 2024 को संविधान दिवस समारोह मनाया जा रहा है।
दिनांक 26 नवम्बर का दिन आजाद भारतीयों के जीवन का बड़ा ही गौरवशाली दिन संविधान दिवस का दिन है। आज के दिन 26 नवम्बर सन 1949 को आजाद भारतीयों द्वारा अपना लिखित संविधान आत्मार्पित कर अंगीकृत किया गया। तब हमारे देश की पराधिनता समाप्त हुई और गुलामी की बेड़ियाँ कटी तभी से पूरे भारत में संविधान दिवस मनाया किया गया। इस कार्यक्रम में अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर कार्यक्रम को सफल बनावें।
संविधान दिवस समारोह और बौद्ध विहार के बाउंड्री वाल निर्माण हेतु तन-मन-धन से सहयोग करें
इंजी. रामेश्वर खरे (पूर्व विधायक सीपत), एडव्होकेट देवकुमार कनेरी (सामाजिक चिंतक)
डॉ. आशा आजाद कृक्ति (वल्र्ड रिकार्ड होल्डर, राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय डॉक्टरेट अवार्डेड) गया राम श्यामले (सेवा निवृत्त वन परिक्षेत्र अधिकारी) रामभाऊ केनार जी (सेवा निवृत्त-सीनियर सुपरवाइजर CSPDCL. तिफरा) बार्यक्रम कुंवर पारकर (भरनी सर्किल अध्यक्ष) एवं जाति कथा)
अपने हक के लिये लड़ाया कोई अपराध नहीं है। हमारा संघर्ष साला के लिये नही सिजनने के लिये है। है। मेरे समाज की लड़कियों को व्रत की नही शिक्षा की जरूरत है। क्योंकि लोग डिग्रियां पूछते है वह नहीं। शिक्षा शेरनी का यह दूब है, जो विवेगा यह दहाड़ेगा।
ज्योति नारंग (सामाजिक कार्यकर्ता) विद्या बिन मति गई, मति बिन निति गई। निति बिन गति गई, गति चिन वित्त गया। वित्त बिन शुद बना, ये घोर अनर्थ अविद्या ने किया। बुद्धि का विकास मानव के अस्तित्व का अंतिम लक्ष्य होना चाहिये। मैं किसी समुवाय की प्रगति उस समुदाय के महिलाओं ने जो प्रगति हासिल की है उससे मापता हैं। गुलाम को गुलामी का अहसास करा दो, फिर वह स्वयं विद्रोह करेगा। आवश्यक धन बल हमे स्वयं ही जुटाना चाहिये, यदि वह दुसरों से प्राप्त किया तो उसके दवाव में काम करना पड़ेगा। समाज का मान ऊँचा रहे इसके लिये आपको पुरी शक्ति से लड़ना चाहिये। आपका स्वाभिमान कोई खरीद न ले इसके लिये सचेत रहिये।
संविधान दिवस समारोह का आयोजन ग्राम करहीपारा निरतू बौद्ध विहार में डॉ. अम्बेडकर युवा मंच सूर्यवंशी समाज बिलासपुर के तत्वावधान में किया गया।
आज 1 दिसम्बर 2024 को संविधान दिवस समारोह मनाया जा रहा है। 26 नवम्बर का दिन आजाद भारतीयों के जीवन का बड़ा ही गौरवशाली दिन संविधान दिवस का दिन है। आज के दिन 26 नवम्बर सन 1949 को आजाद भारतीयों द्वारा अपना लिखित संविधान आत्मार्पित कर अंगीकृत किया गया। तब हमारे देश की पराधिनता समाप्त हुई और गुलामी की बेड़ियाँ कटी तभी से पूरे भारत में संविधान दिवस मनाया गया।





संविधान दिवस समारोह
ग्राम करहीपारा (निरतू) बौद्ध विहार में डॉ. अम्बेडकर युवा मंच सूर्यवंशी समाज बिलासपुर के तत्वावधान में 1 दिसम्बर 2024 को संविधान दिवस समारोह मनाया जा रहा है।
दिनांक 26 नवम्बर का दिन आजाद भारतीयों के जीवन का बड़ा ही गौरवशाली दिन संविधान दिवस का दिन है। आज के दिन 26 नवम्बर सन 1949 को आजाद भारतीयों द्वारा अपना लिखित संविधान आत्मार्पित कर अंगीकृत किया गया। तब हमारे देश की पराधिनता समाप्त हुई और गुलामी की बेड़ियाँ कटी तभी से पूरे भारत में संविधान दिवस मनाया किया गया। इस कार्यक्रम में अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर कार्यक्रम को सफल बनावें।
संविधान दिवस समारोह और बौद्ध विहार के बाउंड्री वाल निर्माण हेतु तन-मन-धन से सहयोग करें
इंजी. रामेश्वर खरे (पूर्व विधायक सीपत), एडव्होकेट देवकुमार कनेरी (सामाजिक चिंतक)
डॉ. आशा आजाद कृक्ति (वल्र्ड रिकार्ड होल्डर, राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय डॉक्टरेट अवार्डेड) गया राम श्यामले (सेवा निवृत्त वन परिक्षेत्र अधिकारी) रामभाऊ केनार जी (सेवा निवृत्त-सीनियर सुपरवाइजर CSPDCL. तिफरा) बार्यक्रम कुंवर पारकर (भरनी सर्किल अध्यक्ष) एवं जाति कथा)
अपने हक के लिये लड़ाया कोई अपराध नहीं है। हमारा संघर्ष साला के लिये नही सिजनने के लिये है। है। मेरे समाज की लड़कियों को व्रत की नही शिक्षा की जरूरत है। क्योंकि लोग डिग्रियां पूछते है वह नहीं। शिक्षा शेरनी का यह दूब है, जो विवेगा यह दहाड़ेगा।
ज्योति नारंग (सामाजिक कार्यकर्ता) विद्या बिन मति गई, मति बिन निति गई। निति बिन गति गई, गति चिन वित्त गया। वित्त बिन शुद बना, ये घोर अनर्थ अविद्या ने किया। बुद्धि का विकास मानव के अस्तित्व का अंतिम लक्ष्य होना चाहिये। मैं किसी समुवाय की प्रगति उस समुदाय के महिलाओं ने जो प्रगति हासिल की है उससे मापता हैं। गुलाम को गुलामी का अहसास करा दो, फिर वह स्वयं विद्रोह करेगा। आवश्यक धन बल हमे स्वयं ही जुटाना चाहिये, यदि वह दुसरों से प्राप्त किया तो उसके दवाव में काम करना पड़ेगा। समाज का मान ऊँचा रहे इसके लिये आपको पुरी शक्ति से लड़ना चाहिये। आपका स्वाभिमान कोई खरीद न ले इसके लिये सचेत रहिये।