विश्व स्वास्थ्य दिवस पर ब्रह्माकुमारीज राजयोग भवन में किया गया डॉक्टरों का सम्मान
07 अप्रैल 2025, बिलासपुर। हर एक विचार जो हमारे मन में उत्पन्न होता है उसका हमारे शरीर की कोशिकाओं पर बहुत गहरा प्रभाव पड़ता है गलत सोच से शरीर में बीमारी आती है। इसलिए अपने शरीर को ठीक रखने के लिए अपने मन के विचारों को सकारात्मक रखे। विश्व स्वास्थ्य दिवस पर उक्त वक्तव्य प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय टेलीफोन एक्सचेंज रोड स्थित मुख्य सेवाकेंद्र राजयोग भवन की वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका बीके संतोषी दीदी ने कहा। दीदी ने आगे बताया कि हमारे विचार ही हमारे शरीर को शक्तिशाली बनाते हैं जो भोजन हम करते हैं उसमें वाइब्रेशन होते है। भोजन किस स्मृति या विचारों, भावनाओं से बनाया गया है वह भी निर्भर करता है हमारे स्वास्थ्य पर। जब भी भोजन बनाये या खाये तो उसे परमात्मा की स्मृति में बनाये भोजन के अंदर सुख व खुशी के वाइब्रेशन डालें क्योंकि हमारे संकल्प उस भोजन को इतना शक्तिशाली बनाते हैं जो हमारे मन व शरीर को सुख शक्ति शांति की प्राप्ति कराता है। जब हम किसी आध्यात्मिक स्थान पर भोजन ग्रहण करते हैं भोजन के वाइब्रेशन से सुकून और शांति की प्राप्ति होती है वह हमारे मन को आनंदित कर देता है अपने शरीर व मन को क्या भोजन खिलाते हैं इस पर ध्यान देना होगा।
वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर रश्मि बुधिया जी ने कहा कि हमारा यह शरीर प्रकृति से निर्मित हुआ है तो हमें प्रकृति जो जिस रूप में देती है, हमें उसे उसी रूप में ग्रहण करना चाहिए। उसे अधिक पकाकर, तलकर व भूनकर ना खाएं। हमें रात्रि भोजन जल्दी खा लेना चाहिए। सुबह तक कम से कम 16 घंटे पेट खाली होना चाहिए। खाने में ज्यादा ऐसी चीजों का प्रयोग करें जो फाइबर से भरपूर हो। अपने भोजन में चावल रोटी की मात्रा कम एवं सब्जियां व दाल की मात्रा को बढ़ाना चाहिए।
वरिष्ठ आयुर्वेदिक डॉक्टर कृष्णा तिवारी जी ने कहा कि शरीर को स्वस्थ रखने के लिए व्यायाम अवश्य करें। तनाव को कम करने के लिए सदा खुश रहे एवं मेडिटेशन जरूर करें।
स्वास्थ्य विभाग की नीति जी ने स्वस्थ रहने के टिप्स बताएं।
ईश्वरीय सेवा में,
बीके स्वाति
राजयोग भवन, बिलासपुर

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