बिलासपुर। गुरू घासीदास विश्वविद्यालय (केन्द्रीय विश्वविद्यालय) परिसर को हरित कैंपस बनाने हेतु वृक्षारोपण मिशन 2024 का शुभारम्भ माननीय कुलपति महोदय प्रोफेसर अलोक कुमार चक्रवाल के द्वारा पौधा लगाकर किया गया। विश्व वानिकी कांग्रेस की सिफारिश पर वर्ष 1971 से प्रत्येक वर्ष 28 जून को विश्व वृक्ष दिवस मनाया जाता है। इसके उपलक्ष्य में विश्वविद्यालय के विद्यापरिषद् की स्थायी समिति के सभी सदस्यों के द्वारा परिसर के भौतिक विज्ञान विभाग के नजदीक नीम के पौधे लगाये गये।
इस अवसर पर माननीय कुलपति महोदय प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल ने सभी से आह्वान किया कि वृक्षारोपण कार्यक्रम में सभी विभाग आगे आकर वृहद स्तर पर नीम, पीपल, आम, इमली, महुआ, बहेड़ा, आवला इत्यादि देशी प्रजातियों का रोपण ज्यादा से ज्यादा करें। साथ ही पौधे की देखरेख के लिए शिक्षकों एवं छात्रों को सम्पूर्ण जिम्मेदारी लेकर हरित परिसर मिशन में सहयोग करें ताकि विश्वविद्यालय को एक आदर्श केंद्र के रूप में स्थापित किया जा सके। कुलपति प्रोफेसर चक्रवाल ने कहा कि पौधे का दान महादान है। ऐसे में उन्होंने सभी शिक्षकों एवं छात्रों से आव्हान किया कि मनपसंद प्रजाति के पौधे दान एवं रोपण कर जलवायु संरक्षण की दिशा में अपना योगदान दें।
माननीय कुलपति महोदय प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल के निर्देश पर पूरे परिसर को हरा भरा बनाने एवं बायोडायवर्सिटी को विकसित करने के उद्देश्य से लगातार पौधारोपण का कार्य किया जा रहा है। ज्ञात हो कि भारत सरकार के द्वारा इस वर्ष “एक पेड़ माँ के नाम” आभियान शुरू किया गया है जिसके तहत विश्वविद्यालय के छात्र, कर्मचारी, शिक्षक अपने माँ के नाम पर एक पेड़ लगाकर उसकी सम्पूर्ण देखभाल कर सकेंगे।
कुलसचिव प्रो. अभय रनदिवे ने बताया कि विश्वविद्यालय विभिन्न संस्थाओं, वन विभाग, बैंक, के माध्यम से वृक्षरोपण को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय सेवा योजना के छात्रो के द्वारा पौधारोपण कार्य आयोजित करेगा। कार्यक्रम के संयोजक वानिकी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. के के चंद्रा ने कहा कि सभी शिक्षण विभागों के लिए निशुल्क पौधों की व्यवस्था कर वितरित किया जा रहा है ताकि छात्र-छात्राएं पर्यावरण बचाने में पहल करें। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय की विभिन्न विद्यापीठों के अधिष्ठातागण, विभागाध्यक्षगण, शिक्षक एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
