



“वृत्ति बदलेगी तो सृष्टि बदलेगी — दुआ दो, दुआ लो”
ब्रह्मा कुमारी मंजू दीदी ने सिखाया — शुभ वृत्ति से बनेगा दुआओं का वायुमण्डल
92 वर्षीय ब्रह्माकुमारी संस्था के महासचिव राजयोगी बीके बृजमोहन को दी गई भावपूर्ण श्रद्धांजलि…
बिलासपुर टिकरापारा :- आध्यात्मिक चेतना के इस युग में जब मनुष्य की वृत्ति अस्थिरता, तनाव और असंतुलन की ओर जा रही है, ऐसे समय पर ब्रह्मा कुमारी मंजू दीदी ने परमात्म महावाक्य सुनाते हुए कहा — “श्रेष्ठ वृत्ति से शक्तिशाली वायब्रेशन और वायुमण्डल बनाओ — दुआ दो और दुआ लो।”
दीदी ने कहा कि आज संसार को किसी उपदेश की नहीं, बल्कि शुभ वृत्ति और दुआ के वायुमण्डल की आवश्यकता है। जब मनुष्य की वृत्ति शुद्ध, शांत और शुभ होती है, तब उसके विचारों से निकलने वाले वायब्रेशन पूरे वातावरण को पावन बना देते हैं।
उन्होंने बताया कि वृत्ति आत्मा का आंतरिक स्वभाव है — जैसे वृत्ति होगी, वैसा ही वायुमण्डल और जीवन बनता जाएगा। इसीलिए प्रत्येक आत्मा को अपने मन को निर्मल और शुभ भावनाओं से भरपूर रखना चाहिए।
“जो दुआ देता है, वही दुआ का अधिकारी बनता है।
जो मन में किसी के प्रति भी उल्टी भावना नहीं रखता, वही सच्चा योगी कहलाता है।”
दीदी ने सभी उपस्थित आत्माओं को प्रेरित किया कि जीवन के हर संबंध में “दुआ देना और दुआ लेना” ही अपने आचरण का आधार बनाएं। नकारात्मक परिस्थितियों में भी शुभ भावना रखकर वृत्ति को स्वच्छ बनाना ही सच्चा आध्यात्मिक पुरुषार्थ है।
ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान के महासचिव 92 वर्षीय राजयोगी बृजमोहन भाई नहीं रहे । उन्होंने गुरुवार को दिल्ली मानेसर के एक निजी हॉस्पिटल में इलाज के दौरान सुबह 10.25 बजे अंतिम सांस ली। आप एक कुशल आध्यात्मिक वक्ता और गीता ज्ञान विशेषज्ञ थे। आज 12 अक्टूबर को आबूरोड मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार किया गया। पूरे विश्वभर के ब्रह्माकुमारीज़ के साथ बिलासपुर परिवार ने भी उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी।




