
“सर्व समाज के आराध्यों का अपमान किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं — श्याम गुप्ता ने की कठोर कार्यवाही की मांग”
रायगढ़।
सामाजिक कार्यकर्ता एवं नागरिक सुरक्षा सेवा संगठन के संस्थापक श्याम गुप्ता ने देशभर में बढ़ते हुए धार्मिक और सामाजिक असंवेदनशील बयानों पर गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि आज के समय में कुछ कथित नेता, अभिनेता या नशेड़ी मानसिकता वाले तत्व सर्व समाज के आराध्य महापुरुषों पर आपत्तिजनक टिप्पणी कर समाज में विष घोलने का प्रयास कर रहे हैं। यह न केवल असहनीय है बल्कि राष्ट्र की एकता और अखंडता पर सीधा प्रहार है।
गुप्ता ने कहा कि ऐसे असामाजिक तत्वों पर चाहे वे किसी भी वर्ग, विचारधारा या प्रभावशाली पद पर क्यों न हों, कठोर कानूनी कार्यवाही अनिवार्य होनी चाहिए। उन्होंने चेताया कि यदि इन बयानों को नजरअंदाज किया गया तो समाज में अलगाव और द्वेष की आग फैल सकती है। उन्होंने कहा कि हमारा भारत शांति, सद्भाव और समरसता का देश है — यहाँ हर समाज, हर धर्म और हर संप्रदाय के आराध्य पूजनीय हैं। किसी को भी उनके सम्मान से खिलवाड़ करने का अधिकार नहीं है।
श्याम गुप्ता ने आगे कहा कि आज अलगाववादी ताकतें समाज को तोड़ने की साजिश में लगी हुई हैं। वे महापुरुषों के नामों का दुरुपयोग कर सर्व समाज को एक-दूसरे के विरुद्ध खड़ा करने की मुहिम चला रही हैं। इस षड्यंत्र को रोकना अब देश के जिम्मेदार नागरिकों, बुद्धिजीवियों और प्रशासन की प्राथमिक जिम्मेदारी है।
उन्होंने स्पष्ट कहा कि अग्रसेन महाराज, पं. दीनदयाल उपाध्याय, महागुरु घासीदास बाबा जैसे महापुरुषों ने हमेशा समाज को जोड़ने, समानता और एकता का संदेश दिया। इन महापुरुषों के प्रति किसी भी प्रकार की अभद्र टिप्पणी राष्ट्र के मूल संस्कारों का अपमान है।
अंत में उन्होंने कहा — “हमारे संगठन का स्पष्ट मत है कि चाहे वह नेता हो, अभिनेता हो या कोई भी व्यक्ति, यदि वह समाज के आराध्यों के प्रति आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग करता है, तो उसके खिलाफ तुरंत कानूनी एवं सामाजिक कार्रवाई की जानी चाहिए। शांति प्रिय भारत को तोड़ने की किसी भी कोशिश को हम सफल नहीं होने देंगे।”

