
हनुमान जयंती के पावन अवसर पर शनिवार को पूरे देश के साथ-साथ बिलासपुर में भी बड़े धूमधाम और श्रद्धा के साथ यह पर्व मनाया गया। इस दिन शहर के विभिन्न हनुमान मंदिरों में सुबह से ही भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। श्रद्धालु बजरंगबली की पूजा-अर्चना में लीन रहे और भक्ति गीतों से मंदिर परिसर गूंजते रहे। हनुमान जी की विशेष आरती और हवन के साथ दिन की शुरुआत हुई, वहीं शाम तक प्रसाद वितरण और भंडारों का आयोजन चलता रहा।

बिलासपुर के तारबाहर क्षेत्र में स्थित हिंदू समिति द्वारा पिछले 26 वर्षों से इस दिन भव्य भोग भंडारे का आयोजन किया जाता रहा है। इस वर्ष भी समिति के सदस्यों ने बड़ी श्रद्धा और उत्साह के साथ हनुमान जयंती मनाई और प्रसाद वितरण किया। हजारों की संख्या में लोगों ने इस आयोजन में भाग लिया और प्रसाद ग्रहण कर पुण्य लाभ प्राप्त किया।

हनुमान जी को वैसे तो प्रतिदिन पूजा जाता है, लेकिन हनुमान जयंती का दिन उनके जीवन और पराक्रम को स्मरण करने का विशेष अवसर होता है। इस दिन लोग उपवास रखते हैं, हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं और हनुमान मंदिरों में जाकर विशेष पूजा करते हैं। शहर में आस्था का जनसैलाब यह प्रमाणित करता है कि भारत आज भी अपनी संस्कृति और धार्मिक परंपराओं के प्रति सजग और समर्पित है। धार्मिक आयोजनों में जन सहभागिता भारतीय सामाजिक जीवन की विशेषता रही है, और हनुमान जयंती इसका सजीव उदाहरण बन गई।