कार्यालय प्राचार्य, सी.एम. दुबे स्नातकोत्तर महाविद्यालय, बिलासपुर (छ.ग.)

सी.एम. दुबे स्नातकोत्तर महाविद्यालय के प्राणी शास्त्र विभाग में दो दिवसीय स्टुडेंट सेमीनार का आयोजन किया गया
बिलासपुर- सी.एम. दुबे स्नातकोत्तर महाविद्यालय के प्राणी शास्त्र विभाग में 20 एवं 21 दिसम्बर 2024 को दो दिवसीय ‘‘लाइफ साइंस’’ विषय में स्टूडेंट सेमीनार का आयोजन किया गया जिसमें महाविद्यालय के एम.एस.सी. प्रथम एवं तृतीय सेमेस्टर के स्टूडेंट द्वारा विभिन्न विषयों में जैसे- प्रतिरक्षा, ध्यान और योग, जैव-विविधता, एंटीबॉडी आदि विषयों पर व्याख्यान दिया गया जिसमें यह बताया गया कि प्रतिरक्षा तंत्र को कैसे बढ़ाया जायें उसके विषय पर विशेष व्याख्यान देते हुये बताया गया कि अंकुरित अनाज, हरी सबिज्यां एवं पत्तेदार सब्जी, खट्टे-मीठे फल एवं सुबह-शाम सैर हेतु अवश्य ही जाना चाहिये साथ ही भोजन की आदतों में परिवर्तन लाना आवश्यक है। रागी, मक्का, ज्वार, बाजरा, कोदो, कुटकी इत्यादि का सेवन करना चाहिये जिससे प्रतिरक्षा शक्ति और शुगर पर नियंत्रण रखा जा सके, कोविड काल के समय एंटीबॉडी का परीक्षण अतिआवश्यक हो गया था जिससे कोविड-19 का ईलाज करने में मदद मिला एंटीबॉडी से हमें यह पता चलता है कि शरीर में किस प्रकार का जीवाणु संक्रमण है इसी तरह से सी.आर.पी. के माध्यम से शरीर में सूजन सक्रमण आदि का पता लगाया जा सकता है, इसी तरह छात्रो के द्वारा ध्यान और योग के लाभ के बारे में बताया गया जिसमें स्वास्थ्य में सुधार, एकाग्रता बढ़ाना, तनाव कम करना, आत्म- जागरूकता को केन्द्रित किया गया तथा योग एवं ध्यान की प्रक्रिया को अपनाकर जीवन जीने की कला को बताया गया इसके अलावा जैव विविधता पर्यावरण का महत्वपूर्ण बिंदु है जिसमें मिट्टी के संरक्षण के बारे में वायु प्रदुषण को कम करना आदि शामिल है इसके अलावा जैव विविधता से हमें आर्थिक लाभ भी होता है जैसे पर्यटन एवं वनस्पति उद्योग से इसके अलावा छात्रों के द्वारा विलुप्त हो रहे जन्तु के प्रजातियों के बारे में बताया गया कि कैसे उनका संरक्षण किया जाना चाहिये।
सेमिनार के दौरान शासी निकाय के अध्यक्ष डॉ. संजय दुबे ने पारिस्थितिकी प्रणाली पर एवं योग पर विशेष प्रकाश डाला उन्होने यह कहा कि छात्र-छात्राओं को नियिमित योग किया जाना चाहिये जिससे प्रतिरक्षा तंत्र में वृद्धि एवं खून में ऑक्सीजन की मात्रा को बढ़ाया जा सकता है। सेमिनार के दौरान अन्य छात्र-छात्राओं के द्वारा प्रश्न पूछे गये जिसका उत्तर विभाग के प्राध्यापकों एवं छात्र-छात्राओं द्वारा दिया गया जिससे छात्र-छात्रायें संतुष्ट दिखे, प्रभारी प्राचार्य डॉ. संजय सिंह ने कहा कि इस तरह के आयोजन से विभाग की प्रगति होती है भविष्य में विभाग क द्वारा कृत्रिम रूप से बनाए गये जानवरों के अवशेष एवं साफ्टवेयर के माध्यम से प्राणी शास्त्र के सभी प्रयोग किये जा सकेगे जिससे जीव-जन्तुओं की पूरी तरह से सुरक्षा होगी जिससे विभागीय व्यय में भी कभी होगी और लंबे समय तक प्रायोगिक कार्य संपादित किए जा सकेंगे।
यह स्टूडेंट सेमीनार विशेष रूप से डॉ.के.के जैन तथा प्रो. दीपिका भोसले के मार्गदर्शन में किया गया प्रो. प्रियंका अग्रवाल, प्रो. रीमा विश्वास, प्रो. पूजा श्रीवास का सक्रिय योगदान रहा जिन्होने समस्त कार्यक्रम को यथा समय पूरा किया। प्रभारी प्राचार्य, सी.एम. दुबे स्नातकोत्तर महाविद्यालय, बिलासपुर (छ.ग.)

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