वार्ड में विकास की जिम्मेदारी पार्षद की होती है और जब कोई पार्षद इस पर खरा उतर बेहतर काम करें तो निश्चित तौर पर उसकी बुराइयों को खोजने का काम विपक्षीयों के साथ- साथ खुद उनके ही साथी करते हैं। कुछ यही नजारा इन दिनों वार्ड क्रमांक 42 में भी देखने को मिल रहा है। शहीद आजाद चंद्रशेखर नगर वार्ड के नाम से जाने जाने वाले इस वार्ड को बने लगभग 5 वर्ष हुआ है। 5 वर्षों पहले यहां नगर निगम के चुनाव हुए तो निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में लक्ष्मी यादव पार्षद के रूप में निर्वाचित हुए।
एक निर्दलीय के रूप में पार्षद निर्वाचित होना ही यह दर्शाता है कि किस तरह से पार्षद लक्ष्मी यादव की लोकप्रियता वार्ड में रही होगी जिस कारण लोगों ने उन पर भरोसा जताया था। वार्ड पार्षद बनने के बाद लक्ष्मी यादव ने भी वार्ड वासियों के इस विश्वास पर खरा उतरने का पूरा प्रयास किया और लगातार 5 वर्षों तक वार्ड में विकास की गंगा को बहाने के साथ-साथ लगातार इस प्रयास में रहे कि वार्ड की बुनियादी सुविधाओं को मजबूत किया जा सके। यही वजह रही कि आज वार्ड में लगातार सड़क निर्माण, पाइप लाइनों का विस्तार, विभिन्न जगहों पर सामुदायिक भवन निर्माण जैसे कार्य लगातार हो रहे हैं। यही नहीं देवरीखुर्द लंबे समय से पानी की समस्या से जूझ रहा था वार्ड पार्षद की लगातार मेहनत और सक्रियता की वजह से पिछले दिनों ही छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने वार्ड में पानी की समस्या को दूर करने के लिए 2 करोड़ 78 लख रुपए की राशि की स्वीकृति प्रदान की है
इस राशि से अब पूरे देवरी खुर्द में पाइप लाइनों का विस्तार किया जा सकेगा और गली-गली में पानी की पाइपलाइन पहुंचाई जा सकेगी जिससे देवरीखुर्द में पानी की जो समस्या इतने वर्षों से बनी हुई थी वह पूरी तरह से दूर किया जा सकेगा। वार्ड में जल की समस्या से निजात पाने के लिए वार्ड पार्षद लगातार उपमुख्यमंत्री सहित जिला प्रशासन और विधायकों से मिलकर प्रयासरत थे। पार्षद के द्वारा लोगों की समस्याओं के निदान के लिए हर समय तत्परता से उन्हें पूर्ण करने की दिशा में पहल की जाती रही लेकिन अब यही बातें उनके विपक्षी और उनके खुद के साथियों को अच्छी नहीं लग रहा है। दरअसल निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में पार्षद का चुनाव जीतने के बाद लक्ष्मी यादव ने भाजपा प्रवेश कर लिया वे लगातार वार्ड में विकास कार्य के साथ भाजपा के लिए भी सक्रियता से कम कर रहे थे लेकिन उनकी यही अच्छाई कुछ राजनीतिक दलों के लोगों को रास नहीं आ रही है यही वजह है कि लगातार वे लोग पार्षद लक्ष्मी यादव पर बेबुनियाद आरोप लगा रहे है। कुछ लोगों के द्वारा देवरीखुर्द में एक सामुदायिक भवन पर पार्षद के अवैध कब्जे का आरोप लगाया जा रहा है
जबकि उक्त सामुदायिक भवन के लिए स्वयं पार्षद लक्ष्मी यादव के द्वारा अपनी पार्षद निधि से सामुदायिक भवन का निर्माण के लिए राशि प्रदान की गई है अब यदि पार्षद के द्वारा यहां अवैध निर्माण कराया जाता तो सामुदायिक भवन के लिए राशि इस जमीन पर निगम द्वारा कैसे स्वीकृत होती। वहीं दूसरी ओर इससे पूर्व भी सतबहनिया मंदिर के पास के एक जमीन पर भी पार्षद पर आरोप लगाया गया था जो पूर्णतः निराधार निकली। पाया गया कि एक राजनीतिक दल के नेता ने ही शासकीय जमीन पर बेजा कब्जा करवाया था और अभी वर्तमान में सतबहिनिया मंदिर के पास सार्वजनिक रोड को आवागमन बाधित करने हेतु खोद दिया गया ह जिससे वहां के निवासी परेशान हो रहे हैं।
पार्षद की प्रसिद्धि और लोगों का अनवर अटूट विश्वास आने वाले समय में पार्षद लक्ष्मी यादव को मिलना तय है। ऐसे में कुछ महीनो बाद होने वाले नगरीय निकाय के चुनाव में उनकी दावेदारी मजबूत मानी जा रही है। यही वजह है कि इन पर बेबुनियाद आरोप लगाकर जनता को दिगभ्रमित करने का काम किया जा रहा है। पहले भी इस तरह के कई आरोप पार्षद लक्ष्मी यादव पर लगा चुके हैं लेकिन वह सब पूर्णतः बेबुनियाद निकली है। वैसे ही इस आरोप में भी किसी तरह की कोई सच्चाई नहीं है क्योंकि जिस शासकीय जमीन पर सामुदायिक भवन का निर्माण हो रहा है उसे पर अवैध कब्जा बताकर वे लोग उस शासन/प्रशासन पर उंगली उठा रहे है जिनसे वो लोग शिकायत करने गए थे। इस बात का स्पष्टीकरण तो आरोप लगाने वाले ही दे पाएंगे लेकिन एक बात तो स्पष्ट है की लक्ष्मी यादव की लोकप्रियता और जनता का अटूट प्रेम इन सब बातों से दूर उन पर अपना विश्वास अभी भी कायम रखे हुए हैं यही वजह है कि अब लोग कुछ भी कहे जनता समझदार है और उन्हें पता है कि उन्हें क्या करना है।
पार्षद लक्ष्मी यादव ऐसे आरोपों से दूर अपने कार्य को और भी तेज गति से कर रहे हैं ताकि वार्ड में और तेजी से विकास हो और लोगों को बुनियादी सुविधाओं के लिए तरसना ना पड़े। इन 5 सालों में अब तक वार्ड में 5 से 6 करोड़ के काम को करना यह दर्शाता है कि पार्षद के द्वारा वार्ड के विकास के लिए किस तरह मेहनत की गई है यह उनकी वार्ड के प्रति समर्पण को दर्शाता है
