
श्री क्लीनिक आक्यूपेशनल थेरेपी / फिजियोथेरेपी एवं पुर्नवास केन्द्र के प्रति लोगों का विश्वास बढ़ रहा है यहां पर दूर-दूर से फिजियोथैरेपी कराने और डॉक्टर सुजाता से सलाह लेने पहुंच रहे हैं।

संस्थापिका संबंधित संस्था श्री स्पेशल केयर सेंटर मानसिक एवं शारीरिक रुप से दिव्यांग बच्चों की शिक्षण,प्रशिक्षण व पुर्नवास पर काम कर रही है, डॉक्टर सुजाता बाजपेई पिछले 27 वर्षों से इस क्षेत्र में परामर्श देने के साथ उपचार कर रही है,।

मीडिया से चर्चा के दौरान डॉक्टर सुजाता ने विस्तार से अपना परिचय दिया ,उन्होंने कहा मैने अपनी शिक्षा नागपुर मेडिकल कालेज नागपुर महाराष्ट्र से प्राप्त की है ,5वर्ष गोंदिया महाराष्ट्र में क्लीनिक चलाने के कुछ वर्षों के बाद विवाह उपरांत बिलासपुर शहर में रहना चालू किया सन् 1997 को अपना श्री क्लीनिक आक्यूपेशनल थेरेपी / फिजियोथेरेपी एवं पुर्नवास केन्द्र बिलासपुर में चालू करना चाहा उस समय शहर में लोगो को आक्यूपेशनल थेरेपी की कोई जानकारी भी नही थी,

इसे मुझे डॉ व लोगो तक पहुंचानें में काफी मेहनत व कैम्प व परामर्श शिविरो का समय समय पर आयोजन कर इसे लोगो की जानकारी में लाने में बहुत समय लगा।

समय के साथ-साथ शहर व बाहर से बच्चो में होने वाली समस्या जैसे सेरीब्रल पालसी, अटिज्म, डाउन सिंड्रोम, लर्निंग डिसेब्लिटी, एम.आर. हाइपर जैसे मानसिक दिव्यांग बच्चो की बहुतायात मरीजो की संख्या बढ़ने लगी जिससे मुझे महसूस हुआ की इन बच्चो को संपूर्ण ईलाज व पुर्नवास हेतु ऐसी कोई संस्था चालू किया जाए

जहाँ पर सभी सुविधाएं इन बच्चो को एक साथ मिल जाए जो कि सोचना सरल पर करना बहुत ही कठिन था क्योंकि उस समय शहर के लोगो में इस समस्या के प्रति जागरुकता का अभाव था व शहर में फिजियोथेरेपिस्ट, स्पीच थेरेपिस्ट, विशेष शिक्षक की सुविधा भी नही थी।

फिर काफी प्रयासो के बाद व अपनी सहकर्मी व अभिभावको की सहायता से सन् 1997 में श्री क्लीनिक के बाद सन् 2006 को श्री स्पेशल केयर सेंटर की स्थापना की जिसमें 4 बच्चो से संस्था चालू किया गया 11 वर्षों की कड़ी मेहनत के बाद संस्था को विभागीय मान्यता व अनुदान प्राप्त हुआ,

इससे पहले प्रति वर्ष इन बच्चों के पुर्नवास, ईलाज व सही मार्गदर्शन हेतु शिशु रोग विशेषज्ञों व थेरेपीस्ट, समाजिक कार्यकर्ता व अभिभावको के बीच लगातार परामर्श शिविर, जागरुकता अभियान चलाया गया व सम्मानिय लोगो के साथ मिलकर व विशेषज्ञों को जागरुकता करते हुए संस्था को आगे बढ़ाया जा रहा है,

विगत 24 वर्षों से वर्तमान समय तक 100 से भी ज्यादा स्वास्थ्य शिविर, जागरुकता अभियान व परामर्श शिविरों का आयोजन किया जा चुका है। आज मै संस्था के बच्चो को निःशुल्क आक्यूपेशनल थेरेपी सेवा दे रही हूँ और मेरा प्रयास यह है कि इन बच्चों के पुर्नवास व रोजगार हेतु संपुर्ण कार्यशाला चालू किया जाए जिससे इन दिव्यांग बच्चों को एक ही छत के निचे इलाज, शिक्षा, वोकेश्नल ट्रेनिंग के माध्यम से इनका पुर्नवास किया जा सके



व उन्हे रोजगार मिल सके जिससे ऐसे बच्चे अपने पैरो पर खड़े हो पाए और स्वालंबी बने। इस दिशा में कार्य करने हेतु मुझे एवं मेरी संस्था को भवन व आर्थिक सहायता की अति आवश्यकता है, जिसके कारण मुझे इन बच्चों के स्वांगीड़ विकास के लिए रुक जाना पड़ता है।
डॉ सुजाता बाजपेयी वरिष्ठ आक्यूपेशनल थेरेपिस्ट मो.नं. 9893344422

