
वंदे भारत एक्सप्रेस के यात्रियों ने छठ गीतों के साथ की सुखद यात्राका अनुभव करा रही है लेकिन रेलवे के द्वारा बाकी राज्यों के साथ अलग सा भेदभाव करना उचित नहीं लगता।कई राज्यों के लोक पर्व और गीत भी बजाया जा सकता है लेकिन रेलवे के द्वारा केवल एक प्रदेश को इतना महत्व देना समझ से परे है।यह फिर कहे कि इन दोनों उस प्रदेश में चुनाव हे इसलिए रेलवे उस राज्य के वोटरों को लुभाने की कोशिश कर रहा है। और तो और रेलवे विज्ञप्ति जारी कर वाहवाही बटोरने में कोई कर कसर नहीं छोड़ रहा।देखिए इस विज्ञप्ति में रेलवे किस तरह से वाहवाही लूट रहा है
भारतीय रेल की सेमी हाई-स्पीड और आधुनिक सुविधाओं से लैस वंदे भारत एक्सप्रेस सेवा ने एक बार फिर देशवासियों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है। छठ के पावन अवसर पर नई दिल्ली और पटना के बीच चलाई जा रही अनेक विशेष गाड़ियों में एक वंदे भारत एक्सप्रेस भी शामिल है, जिसने यात्रियों को छठ पर्व की भावना में डुबो दिया।
शनिवार को विशेष वंदे भारत एक्सप्रेस में यात्रा कर रहे यात्रियों के लिए सफर का अनुभव और भी खास बन गया, जब ट्रेन में छठ के पारंपरिक गीतों की मधुर धुनें गूंज उठीं। भारतीय रेल की इस पहल ने छठ पूजा के अवसर पर पारंपरिक लोकगीतों की मनमोहक धुनें बजाकर यात्रियों को अपने घर-परिवार और संस्कृति से भावनात्मक रूप से जोड़ दिया। छठ पर्व पर घर लौट रहे यात्रियों का उत्साह और आनंद इस दौरान कई गुना बढ़ गया।

वंदे भारत एक्सप्रेस अपनी रफ्तार के साथ-साथ अपनी आधुनिक सुविधाओं के लिए भी जानी जाती है। इसके कोच यात्रियों को एयरलाइंस जैसी सुविधा और आराम का अनुभव कराते हैं। ट्रेन में ऑटोमेटिक स्लाइडिंग दरवाजे, आरामदायक सीटें, फोल्डेबल स्नैक टेबल, प्रत्येक सीट पर चार्जिंग प्वाइंट, आधुनिक बायो-टॉयलेट, इंफोटेनमेंट सिस्टम और GPS आधारित रियल-टाइम सूचना जैसी सुविधाएँ उपलब्ध हैं। सुरक्षा के लिए इसमें स्वदेशी ‘कवच’ प्रणाली भी लगाई गई है, जिससे यह यात्रा को और सुरक्षित बनाती है।
वर्तमान में देशभर में 156 वंदे भारत एक्सप्रेस सेवाएं परिचालित हैं। वहीं, पटना और नई दिल्ली के बीच चलाई जा रही यह विशेष वंदे भारत एक्सप्रेस नियमित सेवाओं के अतिरिक्त है, जिसे विशेष रूप से त्योहारों के अवसर पर संचालित किया जा रहा है।

