



सर्व धर्म शास्त्रों में शिरोमणि है श्रीमद् भगवत गीता -शशिप्रभा
श्रीमद् भगवत गीता मां की तरह मनुष्य आत्माओं के संस्कारों का सिंचन करती है- शशिप्रभा
नवरात्रि के द्वितीय दिवस पर भी चैतन्य देवी की झांकी दर्शन हेतु श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही l
कोटमीसुनार: ब्रह्माकुमारीज प्रभु अनुराग भवन कोटमीसुनार भाठापारा के द्वारा श्रीमद् भगवत गीता सार सुखद जीवन का आधार के आध्यात्मिक रहस्यों द्वारा खुशहाल जीवन कार्यक्रम के प्रथम दिन प्रवक्ता राजयोगिनी तपस्विनी ब्रह्माकुमारी शशिप्रभा दीदी ने गीतासार महात्म में कहा कि श्रीमद् भगवत गीता सर्व शास्त्रों में शिरोमणि हैl यह केवल हिंदू धर्म का शास्त्र नहीं अपितु समस्त मानव जाति का शास्त्र है इसलिए संपूर्ण गीता में कभी भी कहीं पर भी हिंदू शब्द नहीं आया है गीता ही एकमात्र शास्त्र है जिसका सबसे अधिक भाषाओं में अनुवाद हुआ है l गीता स्वयं भगवान का गाया हुआ मधुर गीत है बुद्धिमत्ता की कुंजी है कमजोर लोगों के लिए टॉनिक है इसमें अपार संपत्ति छिपी हुई है इसमें आध्यात्मिक पर खुशहाल जीवन जीने के रहस्य छिपे हुए हैं इस गीता ज्ञान यज्ञ में इन रहस्यों का उद्घाटन किया जाएगा l दीदी जी ने आगे कहा कि गीता से हिंसा की प्रेरणा ना लें l यह शास्त्र तो मन के नकारात्मक और सकारात्मक विचारों की युद्ध और उसमें सही निर्णय अर्थात धर्म के पक्ष में निर्णय लेने की शिक्षा देती है, गीता मां की तरह हमारे अंदर श्रेष्ठ संस्कारों का सृजन करती है गीता मनुष्य को खुशहाल जीवन जीने की कला सिखाती है गीता मोक्षदायिनी है इसलिए जीवन रहते ही इसका अनुसरण पठन-पाठन अध्ययन करना चाहिए lकथा वाचीका शशिप्रभा दीदी जी के पावन सानिध्य में आगामी दिनों के कार्यक्रम में आध्यात्मिक रहस्य का प्रकटीकरण, ज्ञान योग, कर्म अकर्मक विकर्म का बोध ,कर्म योग ,परम सत्य का बोध ,विराट स्वरूप दर्शन, विभूति योग ,सृष्टि का अनादि सत्य,कल्पतरु कथा राजयोग ,भक्ति योग, खुशहाल जीवन हेतु संपूर्ण विधि श्रवण कराया जाएगा l कथा समय शाम 4:00 से 6:00 तक है l इस आयोजन के निमित्त ब्रह्मकुमारिज सेवाकेंद्र से जुड़े टीकाराम कैवर्तय और रामनाथ सोनी जी हैं ।समस्त प्रभु प्रेमी भक्तों का इस पुनीत कार्यक्रम में सहभागिता उत्साह वर्धक हैl
शशिप्रभा दीदी ने बताया कि नवरात्रि के इस पावन पर्व पर चैतन्य देवियों की झांकी संध्या 6:00 से 8:00 बजे तक लगाई जा रही है जिसमें द्वितीय दिवस पर भी भक्तों की भीड़ लगी रही l आगामी दिनों में चैतन्य देवी स्वरूप में दुर्गा मां के विभिन्न रूपों का श्रद्धालु दर्शन कर पाएंगेl






