*जो आजादी के लिए नाखून भी नहीं कटवाए वो बटवारे का दर्द क्या समझेंगे- शैलेश*
*मोदी जी एक तरफ देश को भीतर से बाँट रहे है और दूसरी ओर विभाजन विभीषिका के माध्यम से मगरमच्छी आंसू बहा रहे है,बीजेपी के पूर्वज अंग्रेजों से मिले हुए…
*मोदी जी एक तरफ देश को भीतर से बाँट रहे है और दूसरी ओर विभाजन विभीषिका के माध्यम से मगरमच्छी आंसू बहा रहे है,बीजेपी के पूर्वज अंग्रेजों से मिले हुए…