प्रभु दर्शन भवन टिकरापारा मे परमात्मा को सतगुरु वार का भोग स्वीकार कराया गया
अमृतवेले का वातावरण ही वृत्ति को बदलने वाला होता है: बीके मंजू
बिलासपुरः प्रभु दर्शन भवन टिकरापारा मे परमात्मा को सतगुरु वार का भोग स्वीकार कराया गया। बीके मंजू ने कहा कि ब्रह्ममुहूर्त के समय विशेष परमात्मा शक्ति की किरणे वरदान के रूप मे देते है। साथ ही भाग्य विधाता ब्रह्मा बाबा भाग्य रूपी अमृत बांटते है। इस समय परमात्मा से योग लगाकर उनसे वरदान मे प्राप्त शक्ति के प्रकंपन पूरे विश्व को दान कर महादानी बनो तो भाग्य विधाता से श्रेष्ठ प्रालब्ध प्राप्त कर सकते है।
आगे कहा कि संस्कार आत्मा मे होती है। क्रोध करना क्रोधी व्यक्ति का संस्कार है। आपका संस्कार है स्नेह देना। आप स्नेह का दान दो तो दुसरे का क्रोध करने का संस्कार बदल जायेगा।
अंत मे सभी ने परमात्मा की याद मे भोग ग्रहण किया।