
सुर्यवंशी समाज के ग्राम खमतराई में प्रस्तावित महासभा के बहिस्कार के सामाजिक सरोकार के खबर को प्रकाशित करने हेतु ।
सुर्यवंशी समाज जिला बिलासपुर के अंतर्गत बहुतायत में निवासरत है जिनका सामाजिक सम्मेलन आगामी 14,15 दिसंबर को ग्राम खमतराई मे प्रस्तावित है। किंतु इस महासभा को आयोजित करने वाले चंद जिला पदाधिकारी अपनी मनमानी करते हुए स्वेच्छाचारिता पर आमादा है। जिनका निम्न बिंदुओ पर समाज के बुद्धिजीवियों, जिला, परिक्षेत्र, सर्किल और ग्रामीण पदाधिकारियों द्वारा बहिस्कार किया जा रहा है
1 चंद लोगों द्वारा बंद कमरे में बैठकर मनमानी तरीके से महासभा का आयोजन तय करना
2 मनमानी तरीके से कोर टीम का गठन एवं भंग करना
3 जिला, परिक्षेत्र, सर्किल के पदाधिकारियों का अवहेलना और उनके सुझाव का लगातार नजरअंदाज करना
- व्यक्तिगत चुनावी लाभ हेतु समाज का अपमान करते हुए मनमानी तरीके से महासभा के लिए स्थल का चयन करना
5 अंर्तजातीय विवाह को प्रतिबंधित करने की मंशा रखते हुए संविधान विरोधी प्रस्ताव लाना
विरोध दर्ज करते हुए बहिस्कार करने वालों में समाज के पूर्व संरक्षक झगर राम सूर्यवंशी, सीपत सर्किल अध्यक्ष देवप्रसाद सूर्यवंशी, सीपत परिक्षेत्र के अध्यक्ष द्वारिका खरे, सीपत परिक्षेत्र के सचिव प्रवीण भारद्वाज, जिला उपाध्यक्ष रामकुमार सूर्यवंशी, जिला सांस्कृतिक सचिव राजकुमार नारंग, जिला प्रवक्ता अन्नू करियारे, टेकर सर्किल अध्यक्ष दुलारी राम गढ़ेवाल, पुन्नी लाल, जनक राम, वासुदेव ग्रामीण अध्यक्ष मोहन फरवी, सुरेश टेंगवार ग्रामीण अध्यक्ष, मनसुख बंजारे सर्किल सचिव सेलर, जय प्रकाश भारद्वाज, जयंत भारती, धनसाय सोनी, सुनील भारद्वाज, देवी बंजारे, चुन्नीलाल सिन्हा, अशोक टेंगवार तथा साथ में सैकड़ों सामाजिक बंधू है
