तालाबंदी के साथ मनाई गई विश्वविद्यालय की तेरहवीं, एनएसयूआई ने जताया विरोध

बिलासपुर। एनएसयूआई प्रदेश सचिव रंजेश सिंह ने सैकड़ों साथियों के साथ अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय प्रशासन और उच्च शिक्षा विभाग की निष्क्रियता तानाशाही रवैया भ्रष्टाचार भर्ती प्रक्रिया में गड़बड़ी स्थाई कुलसचिव नियुक्ति संबंधित मुद्दों पे मौन बनी हुई प्रशासन के खिलाफ बीते 13 दिनों से लगातार विरोध कर रही एनएसयूआई ने मंगलवार 15 अप्रैल को अंतिम चरण का प्रदर्शन करते हुए विश्वविद्यालय में तालाबंदी कर दी। इस मौके पर संगठन द्वारा प्रतीकात्मक रूप से ‘तेरहवीं’ का कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें शांति हवन, ब्राह्मण भोज एवं नाश्ते का वितरण किया गया।

एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने 3 अप्रैल से विश्वविद्यालय में व्याप्त शैक्षणिक ठहराव, परीक्षा परिणामों की अनियमितता और प्रशासनिक लापरवाही के विरोध में शव यात्रा निकाल कर विविध कार्यक्रम आयोजित किए थे। इन कार्यक्रमों में शव यात्रा के बाद शांति प्रदर्शन, और दशगात्र मुंडन जैसे प्रतीकात्मक कदम शामिल रहे। 12 अप्रैल को दशगात्र कार्यक्रम मनाकर प्रशासन को जगाने का प्रयास किया गया, लेकिन छात्रों के अनुसार शासन-प्रशासन द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।

तेरहवीं के मौके पर बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं और संगठन के पदाधिकारी एकत्र हुए। कार्यक्रम की शुरुआत सुबह 11 बजे हवन के साथ हुई। ब्राह्मण भोज के माध्यम से विरोध को सांकेतिक रूप दिया गया और उसके पश्चात विश्वविद्यालय परिसर में तालाबंदी कर दी गई। छात्रों ने गांधीवादी तरीकों से शुरू हुए अपने आंदोलन को अब ‘भगत सिंह के तरीके’ से आगे बढ़ाने की चेतावनी दी थी बाउजूद विश्वविद्यालय का रवैया तानाशाही ही रहा जिसपर उग्र प्रदर्शन करने पर मजबूर करने के बाद गेट कूद कर अन्दर जाना पड़ा।

एनएसयूआई ने स्पष्ट किया कि यह आंदोलन केवल विश्वविद्यालय के छात्रों की आवाज नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश के उच्च शिक्षा तंत्र की दुर्दशा के खिलाफ है। संगठन ने प्रशासन से अविलंब ठोस कार्यवाही करने की मांग की है, अन्यथा आंदोलन को और तेज करने की चेतावनी दी गई है।

मीडिया से बात करते हुए एनएसयूआई प्रदेश सचिव एनएसयूआई रंजेश सिंह ने बताया कि यह केवल तेरहवीं नहीं, बल्कि शिक्षा व्यवस्था की मृत अवस्था का शोक है। अगर जल्द समाधान नहीं निकला तो प्रदेशभर में इसी तरह के प्रदर्शन किए जाएंगे,
और आगे माननीय राज्यपाल महोदय से मिलकर समस्त दस्तावेज देकर मामले की जांच की कर कार्यवाही करने मांग करेंगे ,इसके बाद भी उच्च शिक्षा विभाग निष्क्रिय बनी रही ओर दोषियों पर कारवाही नहीं कि गई और स्थाई कुलसचिव की नियुक्ति नहीं की गई तो उच्च शिक्षा विभाग का करेंगे घेराव,
ज्ञापन सौंपते हुए पुष्पराज साहू, प्रदीप सिंह, करन यादव, सुमित ठाकुर,विनीता विश्वकर्मा, यशोदा वारे, निशा प्रजापति, ओमप्रकाश मानिकपुरी, मीत सोनवानी,राहुल मानिकपुरी, जीतू ठाकुर, अभिषेक चौहान, अनुज प्रजापति, विकास यादव, गज्जू यादव, सागर लहरें, सुनील ठाकुर, गौरव सिंह, आयुष तिवारी, सहित सैकड़ों लोग रहे उपस्थित।

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