
शिक्षा जीवन में इतनी जरूरी क्यों है इसका उदाहरण इन दृश्यों को देखकर समझ जा सकता है दरअसल जब उत्तर प्रदेश के अम्बेडकरनगर में एक गरीब के घर पर बुलडोज़र चला रहे थे तब उसी ढहती हुई छत के नीचे एक बच्ची दिखी। वह बच्ची गिरते हुए घर सेअपनी किताबें और क़लम को बचाती हुई नजर आ रही थी क्योंकि उसे बच्ची को पढ़ना था और अपने सपनों को साकार करना था लेकिन क्योंकि अब उसके सर से प्रशासन के द्वारा छत हटा लिया जा रहा था ऐसे में वह बच्ची टूटे घर को तो अच्छी रही थी लेकिन ऊंचे आसमान का सपना लिए यह बच्ची टूटे हुए घर से अपने किताबों को लेकर दौड़ती हुई सुरक्षित जगह में पहुंची शासन में बैठे और नुमाइंदों को भी इस दिशा में सोचना चाहिए अगर उनके घरों को तोड़ा भी जा रहा है तो फिर इन बच्चियों को एक सुरक्षित और बेहतर शिक्षा देने की जिम्मेदारी भी इन प्रशासन के नुमाइंदों की ही है केवल मकान तोड़ने से व्यवस्था नहीं बनती देश को शिक्षित करने के लिए तमाम योजनाओं को यह तस्वीर आइना दिखा रही है आसमान की बुलंदियों को छूने के उसके निश्चय को और दृढ़ कर दिया क्योंकि यह बच्ची जानती है यही शिक्षा उसे एक बेहतर भविष्य की राह सुनिश्चित कर सकती है ऐसे में निश्चित ही या तस्वीर हर किसी को छोड़ रही है ऐसे में विपक्ष भी सवाल उठा रहा है और उत्तर प्रदेश सरकार पर तंज भी कस रहा है कि उसकी शिक्षा तुम्हारी सत्ता को ललकारेगी