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दीप्ति साहू , परियोजना अधिकारी
महिला बाल विकास विभाग की परियोजना अधिकारी और सुपरवाइजर से मानसिक रूप से परेशान कार्यकर्ता पहुंची कलेक्ट्रेट
बिलासपुर के महिला बाल विकास विभाग में पदस्थ परियोजना अधिकारी दीप्ति साहू और सुपरवाइजर मनप्रीत कौर से मानसिक रूप से परेशान होकर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट पहुंची और उन्होंने प्रशासन से इसमें हस्तक्षेप करने गुहार लगाई है ।

मनप्रीत कौर, सुपरवाइजर
मामला मुंगेली नाका सेक्टर का है केंद्र क्रमांक 12 की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता कोमल यादव शुक्रवार को कलेक्ट्रेट पहुंची और उन्होंने कहा कि सुपरवाइजर मनप्रीत कौर और परियोजना अधिकारी दीप्ति साहू उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे हैं, जिससे वह विभाग का काम ठीक से नहीं कर पा रही हैं और कार्यकर्ता ने परियोजना अधिकारी और सुपरवाइजर की प्रताड़ना से छुटकारा दिलाने और उनके खिलाफ कार्यवाही की बात कही है।

कोमल यादव, कार्यकर्ता (पीड़ित)
शुक्रवार को कलेक्ट्रेट पहुंची कार्यकर्ता ने बताया कि वह आंगनबाड़ी के काम से फोटो कैप्चर करने फील्ड में गई थी, इसी दौरान सुपरवाइजर मनप्रीत कौर उसके आंगनबाड़ी पहुंची और उसे अनुपस्थित बताते हुए नोटिस जारी कर दिया। 8जुलाई को जारी नोटिस का जवाब बना ही रही थी कि फिर से उसे एक दिन बाद 9 जुलाई को फिर से वही नोटिस जारी कर दिया गया। इससे मानसिक रूप से परेशान होकर कार्यकर्ता महिला बाल विकास विभाग के कार्यालय पहुंची लेकिन परियोजना अधिकारी कार्यालय से नादारत थी तो उन्होंने जिला कार्यक्रम अधिकारी सुरेश सिंह को नोटिस का जवाब देने पहुंची तो उन्होंने कहा कि नीचे परियोजना अधिकारी को नोटिस दे ।

कार्यकर्ता ने बताया 3:00 से कार्यालय पहुंची कार्यकर्ता और उसकी मां का मुलाकात शाम 5:00 बजे परियोजना अधिकारी से हुआ ,जैसे ही वह उनके कक्ष में गई तो उन्होंने उसे जलील करते हुए मां बेटी को कक्ष से भगा दिया। कार्यकर्ता का आरोप है कि एक महिला होकर महिला के साथ इस तरह बदसलुकी जायज नहीं है। परियोजना अधिकारी दीप्ति साहू द्वारा भगाएं जाने के बाद वे सुपरवाइजर मनप्रीत मनप्रीत कौर के पास पहुंची तो उन्होंने भी उसे प्रताड़ित करते हुए बुरा भला कहते हुए कहा कि यूनियन बाजी कर रहे हो जाओ प्रेस कॉन्फ्रेंस कर लो और मीडिया से बता दो कहते हुए वहां से भी उसे भगा दिया गया।

कार्यकर्ता का कहना है कि इस प्रकार सुपरवाइजर और परियोजना अधिकारी उसे परेशान कर रही है उसका कहना है कि वह संघ से जुड़ी हुई है इस वजह से अधिकारी उन्हें आए दिन नोटिस देकर, निरीक्षण कर मानसिक रूप से परेशान कर रहे हैं जिससे वह विभागीय कार्य प्रभावित हो रहा है। अधिकारियों की प्रताड़ना से त्रस्त होकर कार्यकर्ता कोमल यादव कलेक्टर से गुहार लगाने पहुंची कहा है कि उन्हें इन अधिकारियों की प्रताड़ना से मुक्त कराए अन्यथा वह कोई बड़ा कदम उठा लेगी जिसका जिम्मेदार महिला बाल विकास विभाग होगा।
